चतरा: जिले में पोस्ता की खेती की रोकथाम को लेकर मंगलवार को डीआरडीए प्रशिक्षण हॉल में बैठक हुई. इसमें डीसी, एसपी के अलावे सभी पुलिस पदाधिकारी, वन पदाधिकारी, बीडीओ व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे. मौके पर डीसी संदीप सिंह ने जिले को पोस्ता की खेती से मुक्त करने में सहयोग करने की बात कही.
साथ ही कहा कि वन भूमि में पोस्ता की खेती होती है, तो इसके लिए वन विभाग व गैरमजरूआ भूमि के लिए सीओ को जिम्मेदार होंगे. पंचायत में पंचायत प्रतिनिधियों को खेती नहीं होने देने की जिम्मेदारी दी गयी हैं. खेती हुई तो पंचायत प्रतिनिधियों पर भी कार्रवाई होगी. मुख्य सचिव के निर्देश पर डीसी ने बैठक बुलाकर सभी को यह निर्देश दिया.
एसपी अंजनी कुमार झा ने कहा कि पोस्ता की खेती करनेवालों को एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जायेगा. जहां पोस्ता की खेती होगी, वहां के लोगों को चिह्नित किया जायेगा. पोस्ता की खेती होने से जमीन बंजर हो जाती है. साथ ही इसका असर आम लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. उन्होंने सभी प्रशासनिक पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों को वैसी जगहों को चिह्नित करने को कहा जहां पोस्ता की खेती होती है. एसपी ने खेती करनेवालों के नाम भी बताने को कहा. इस बार किसी भी हाल में पोस्ता की खेती नहीं होने दी जायेगी. गरीब व बेरोजगारों को पैसे का प्रलोभन देकर खेती कराने वाले माफियाओं को चिह्नित कर कार्रवाई की जायेगी. इस अवसर पर एसडीओ नंदकिशोर लाल, सिमरिया एसडीओ मुमताज अली अहमद, डीएफओ मधुकर, आरएन मिश्रा समेत जिले भर के बीडीओ, सीओ, रेंजर, थाना प्रभारी, मुखिया व पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे.