चास: केंद्र व राज्य सरकार की ओर से स्वच्छता अभियान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. समय समय पर विभिन्न सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है. इससे इतर चास प्रखंड कार्यालय में गंदगी का साम्राज्य स्थापित हो गया है. प्रखंड कार्यालय परिसर में जगह-जगह इन दिनों झाड़ियों का साम्राज्य स्थापित हो गया है.
गौरतलब है कि दो वर्ष पूर्व प्रखंड कार्यालय में एक बार स्वच्छता अभियान चलाया गया था. इसके बाद एक बार नगर निगम की ओर से सफाई करायी गयी थी. बीते एक वर्ष से चास प्रखंड कार्यालय परिसर में साफ-सफाई नहीं की गयी है. दूसरी ओर कार्यालय परिसर को शौच स्थल बना दिया गया है. जगह जगह गंदगी देखने को मिल रही है. प्रखंड कार्यालय में एक भी सफाई कर्मी कार्यरत नहीं है.
शाम होते ही प्रखंड कार्यालय में पसर जाता है अंधेरा : चास प्रखंड कार्यालय करीब पांच एकड़ भूमि में है. इस प्रखंड कार्यालय परिसर में आधा दर्जन से अधिक सरकारी कार्यालय चल रहे हैं. प्रखंड कार्यालय परिसर में कहीं भी लाइट की व्यवस्था नहीं है. शाम होते ही प्रखंड कार्यालय परिसर में अंधेरा पसर जाता है. इस कारण शाम होते ही नशेड़ियों का अड्डा लग जाता है. ऐसे भी प्रखंड कार्यालय सहित अन्य विभाग के भवन व स्टाफ क्वार्टर जर्जर स्थिति में है.
सुरक्षा की भी नहीं है व्यवस्था : फिलहाल दो वर्ष में प्रखंड कार्यालय में सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है. आये दिन चास प्रखंड कार्यालय में चोरी की घटना होती रहती है. 17 अप्रैल को प्रखंड परिसर में संचालित प्रज्ञा केंद्र में चोरी हुई थी. यहां से करीब डेढ़ लाख का सापन चोरी चला गया था. करीब डेढ़ वर्ष पूर्व चास प्रखंड का पीआरसी भवन का ताला तोड़ कर चोरी हुई थी. इसमें करीब चार लाख का सामान चोरी हो गया था.
नहीं है कोई सुविधा : चास को जिला का सबसे पुराना प्रखंड होने का गौरव प्राप्त है. इसके बाद भी यहां किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं है. प्रखंड कार्यालय परिसर में एक चापाकल है. गरमी दस्तक देते ही पानी देना बंद कर दिया है. यहां के लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है. दूसरी ओर शहर के बीचोबीच चलने वाले चास प्रखंड कार्यालय परिसर में किसी प्रकार की सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था नहीं है. इस कारण आम जनता सहित कार्यरत प्रखंड कर्मियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.