बोकारो. मजदूर संगठन समिति की ओर से सोमवार को सेक्टर-4 स्थित मजदूर मैदान में नवंबर क्रांति दिवस मनाया गया. समिति के सदस्यों ने झंडोत्तोलन और शहीदों की वेदियों पर माल्यार्पण कर शहीदों को याद किया गया. वक्ताओं ने कहा कि नवंबर क्रांति दिवस मेहनतकश जनता का संकल्प दिवस है.
वर्तमान समय में सरकार पूंजीपतियों के फायदे के लिए किसानों, मजदूरों व विस्थापितों को शोषण कर रही है. इससे तभी निजात मिलेगी, जब लेलिन, स्टेलिन व भगत सिंह के बताये मार्ग पर चलेंगे. मौके पर दीपनारायण भट्टाचार्य, रजाक अंसारी, अरविंद साव, प्रदीप कुमार, इम्तियाज अंसारी, विस्थापित मुक्ति संगठन के वासुदेव महतो, विस्थापित नवजागरण समिति के सरोज कुमार, सीताराम महतो आदि मौजूद थे.
दूसरी ओर सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) जिला सांगठनिक कमेटी की ओर से सोमवार को रीतुडीह स्थित कार्यालय में नवंबर क्रांति दिवस समारोह मनाया गया. उद्घाटन जिला सचिव आरएस शर्मा ने किया. समारोह की शुरुआत झंडोत्तोलन कर किया. सचिव श्री शर्मा ने कहा कि नवंबर क्रांति दिवस से प्रेरणा लेकर आज भी पूरी दुनिया के शोषित-पीड़ित मेहनतकश लोग समाजवाद की व्यवस्था की स्थापना के लिए संगठित होकर संघर्ष कर रहे हैं. इस दौरान नया मोड़ बिरसा चौक में कार्यकर्ताओं ने नवंबर क्रांति का पीन फ्लैग वितरण किया गया. मौके पर कमेटी के सदस्य मोहन चौधरी, शंकर सिंह, डीपी चौरसिया, आरए भगत, अमर महतो, गीता, दीपक आदि ने विचार रखा.
इधर, विस्थापित संघर्ष मोरचा व झारखंड नव-निर्माण की ओर से सोमवार को सिवनडीह स्थित मंजूर भवन में क्रांति दिवस मनाया गया. मोरचा के केंद्रीय उपाध्यक्ष कालीचरण ने झंडोत्तोलन किया. महासचिव सुधीर कुमार हेंब्रम ने कहा : क्रांति दिवस के फलस्वरुप ही रूस से जार के इच्छाधारी शासन का अंत हुआ और रूसी सोवियत संघात्मक समाजवादी गणराज्य की स्थापना हुई. मौके पर शमीम अख्तर, मो सदाम हुसैन, करीम अंसारी, सिराजुददीन, सरकार मांझी, अशिफ मुस्तफा आदि मौजूद थे.