बोकारोः सीबीएसइ (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) से संबद्ध स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अब अपने आचरण पर भी विशेष ध्यान देना होगा. यदि उन्होंने अपना आचरण नहीं सुधारा तो इसका खामियाजा उन्हें परीक्षाओं में भुगतना पड़ेगा.
परीक्षा में इसके लिए नंबर काटा जायेगा. 2013 से सीबीएसइ ने 9वीं व 10वीं कक्षा में व्यवहार, खेल, रोजमर्रा की जिंदगी के प्रायोगिक अनुभव के आधार पर भी अंक देने का फैसला किया है. इस संबंध में स्कूलों को सकरुलर जारी कर 9वीं व 10वीं कक्षाओं में इस योजना को इसी साल से लागू करने के निर्देश जारी किए हैं.