जैनामोड़ : गत 10 जून की रात जरीडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत पीस बर्ड सोसाइटी द्वारा संचालित आशा विहार के प्रोजेक्ट मैनेजर एनआरआइ विनय कुमार सिंह की हत्या के मामले की सचाई धीरे-धीरे सामने आने लगी है.
हत्याकांड में जिन पांच लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है, उनमें से चार हत्या वारदात के बाद आपस में दूरभाष से एक-दूसरे के लगातार संपर्क में थे. इसका खुलासा अनुमंडल के डीएसपी नीरज कुमार द्वारा किये गये अनुसंधान में हुआ है.
मामले में रेखा गुप्ता, दीपक गुप्ता, सुकुमार बेसरा, विजय मुमरू व डॉ संतोष पांडे पर षड्यंत्र रच कर विनय सिंह की हत्या करने का मामला दर्ज कराया था. इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांचों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
इधर, अनुसंधान के क्रम में सभी नामजद अभियुक्तों के कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) निकाले जाने के बाद यह उजागर हुई कि रात करीब 10 बजे विनय सिंह की हत्या के बाद चास निवासी डॉ संतोष पांडेय को छोड़, शेष चार नामजद एक-दूसरे से रात साढ़े आठ बजे से लेकर अगले दिन सुबह पांच बजे तक मोबाइल के माध्यम से संपर्क में थे. इस रिपोर्ट के आधार पर इन चारों के तार हत्या से जुड़े होने की आशंका बढ़ गयी है.