बोकारो: जिस देश के सांसद व विधायक विधानसभा व लोकसभा में बैठक कर शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में खर्च किये जाने वाले बजट पारित करते हैं, उन्हें सरकारी अस्पताल व सरकारी विद्यालय में जाने की फुरसत नहीं है. उनके बच्चों का सरकारी अस्पतालों में इलाज व विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण नहीं करना इसकी मुख्य वजह है. इसी वजह से सरकारी अस्पतालों में इलाज का स्तर गिरता जा रहा है.
शिक्षा की स्थिति गंभीर होती जा रही है. जबकि देश में शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा हासिल करने का समान अधिकार हर किसी को है. यह बातें गौश नगर भर्रा में आयोजित उद्यमी आदिवासी विकास केंद्र की बैठक में मंगलवार को शर्मिला मिश्र ने कही. अध्यक्षता सचिव एस मिश्र व संचालन जरीना बानों ने की.
महिलाओं को मिलेगा नि:शुल्क प्रशिक्षण : कहा : महिलाएं आत्म निर्भर हो इसके लिए सरकार के साथ-साथ खुद भी पहल करने की जरूरत है. केंद्र की ओर से गौश नगर में महिलाओं के लिए नि:शुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण, सिलाई-कढ़ाई, ब्यूटिशियन कोर्स, पाक -व्यंजन, पेंटिंग, टेडिवियर निर्माण सहित कई प्रशिक्षण शुरू किये जायेंगे. जरूरतमंद महिलाएं इसका लाभ उठा सकती है. मौके पर कैशर, जहीदा बेगम, नूरजहां, ललीत देव, शकुंतला देवी, विनीता सिंह सहित दर्जन भर महिलाएं मौजूद थी.