बोकारो/चास/तलगड़िया: कम जगह और नींद से बोझिल आंख बस नींद से बंद ही हो रही थी कि पुलिस गिरफ्तारी का आग्रह लेकर विधायक अरूप चटर्जी के पास पहुंची. थोड़ी बात-बहस हुई पर श्री चटर्जी के कहने पर मौजूद सभी 187 आंदोलनकारियों ने राजी-खुशी अपनी गिरफ्तारी दे दी. गिरफ्तार करने के लिए आंदोलनकारियों की संख्या के बराबर पुलिस भी मौजूद थी.
उन्हें गिरफ्तार कर चास के राम-रुद्रा स्कूल लाया गया. पांच बजे के बाद से आंदोलनकारी स्कूल में ही कैद थे. स्कूल को कैंप जेल बनाने के कारण स्कूल दिन भर बंद रहा. नौवीं और दसवीं कक्षाओं की चल रही परीक्षा को रद्द करना पड़ा.
उधर मासस समर्थक ने जोधाडीह मोड़ चौक को जाम कर दिया. इससे धनबाद-पुरुलिया मार्ग का आवागमन ठप पड़ गया. जाम को खत्म करने के लिए कैंप जेल से विधायक स्थल पर पहुंचे और जाम हटाने की अपील लोगों से की. तब जाकर जाम खत्म हो पाया. इसस पूर्व गुरुवार की रात रात दो बजे से ही हाइ वोल्टेज ड्रामा शुरू था. रात निरसा विधायक करीब नौ बजे इलेक्ट्रो स्टील के अधिकारी के साथ कंपनी में वार्ता के लिए गये.
पर करीब डेढ़ बजे के बाद विफल वार्ता के बाद बाहर आये. उन्होंने उनकी राह ताक रहे आंदोलनकारियों को वार्ता की सारी बात बतायी, जो रैयतों को मंजूर नहीं था. फोन पर रात में ही एसपी कुलदीप द्विवेदी से डीसी उमाशंकर सिंह से बात हुई. धरनास्थल पर मौजूद सभी आंदोलनकारियों को गिरफ्तार करने के बात पर सहमति बनी. इधर, प्रशासन की तरफ से एसडीएम डॉ संजय सिंह और पुलिस की तरफ से सिटी डीएसपी राजाराम प्रसाद और चास डीएसपी बी कुल्लू दल-बल के साथ धरनास्थल पर मौजूद थे. रात के तीन बजे तक आंदोलनकारियों ने भाषणबाजी की.