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चास : बीओआइ से पांच लाख की चोरी
बोकारो : चास के बाइ पास रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया से पांच अपराधियों ने पांच लाख रुपये चुरा लिये. चोरी गये सभी रुपये 500 के नोट के बंडल में थे. घटना 12 मार्च की दोपहर 11.59 बजे से 12.00 बजे के बीच की है. शाम साढ़े पांच बजे कैशियर ने जब रुपये का मिलान […]
बोकारो : चास के बाइ पास रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया से पांच अपराधियों ने पांच लाख रुपये चुरा लिये. चोरी गये सभी रुपये 500 के नोट के बंडल में थे. घटना 12 मार्च की दोपहर 11.59 बजे से 12.00 बजे के बीच की है. शाम साढ़े पांच बजे कैशियर ने जब रुपये का मिलान किया, तो पांच लाख रुपये कम मिले. काफी जांच के बाद भी जब रुपये का कुछ पता नहीं चला, तो बैंक के वरीय शाखा प्रबंधक कृष्ण मुरारी ने सीसी टीवी फुटेज देखा.
सीसी टीवी फुटेज में अपराधियों को पूरी करतूत कैद थी. इसके बाद घटना की जानकारी बैंक के वरीय अधिकारियों को दी गयी. देर रात घटना की लिखित सूचना स्थानीय चास थाना को दी गयी.
पांच की संख्या में बैंक में घुसे थे अपराधी : शाखा प्रबंधक कृष्णा मुरारी के आवेदन पर चास पुलिस ने चार-पांच अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. घटना के संबंध में शाखा प्रबंधक ने बताया : बैंक में दो कैश काउंटर है. एक कैशियर के छुट्टी में रहने के कारण गुरुवार को एक ही काउंटर खोला गया था. कैश काउंटर में प्रधान कैशियर शैलेश प्रसाद सिंह की ड्यूटी थी. बैंक में ज्यादा रकम जमा करने आये ग्राहकों के रुपये जांच व अन्य सुविधा के लिए एक रास्ता काउंटर के पीछे से बनाया गया है. इसी रास्ते का उपयोग कर एक अपराधी झोला लेकर काउंटर के पीछे आया. उसके चार साथी काउंटर के आगे की तरफ खड़े थे.
कैसे हुई घटना
काउंटर के आगे खड़े अपराधियों ने कैशियर को बातचीत में उलझाये रखा. सी दौरान मौका देख कर काउंटर के पीछे खड़ा अपराधी कुछ सेकेंड में ही काउंटर से पांच लाख रुपया निकाल कर अपने झोला में रख कर भाग गया. अपराधियों की यह पूरी करतूत का खुलासा सीसी टीवी फुटेज से हुआ है. बैंक में घुसे तीन अपराधी को देख कर यह प्रतीत हो रहा है कि वह अपने कमर में कट्टा या अन्य कोई हथियार लेकर बैंक में दाखिल हुए थे.
घटना की सूचना पाकर चास एसडीपीओ मनीष टोप्पो व चास इंस्पेक्टर सह थानेदार नागेश्वर प्रसाद सिंह शुक्रवार की सुबह बैंक पहुंचे. शाखा प्रबंधक व कैशियर से बातचीत कर सीसी टीवी फुटेज देख कर घटना की जानकारी ली. बैंक कर्मचारियों ने संभावना जतायी है कि अपराधी बैंक लुटने की योजना से बैंक में दाखिल हुए थे, लेकिन बैंक में काफी भीड़ देख कर कैशियर को उलझा कर रुपया चोरी कर भाग निकले. कैश काउंटर में जिस समय यह घटना हुई. काउंटर के आगे अपराधियों का चार साथी ग्राहक बन कर कैशियर को बातचीत में उलझाये रखा था.
ऐसे ही 2002 में पीएनबी में हुई थी चोरी
बैंक ऑफ इंडिया-चास से जिस तरह से पांच लाख रुपये की चोरी की घटना हुई है, ठीक उसी तरह से 27 जुलाई 2002 को सेक्टर 4 स्थित पंजाब नेशनल बैंक से भी चोरी हुई थी. मतलब, बैंक से इस तरह की चोरी की यह घटना चास-बोकारो में दूसरी बार हुई है. बैंक कर्मियों की मानें तो इस तरह की चोरी की घटना पुरुलिया के पंजाब नेशनल बैंक व जमशेदपुर के देना बैंक में भी हो चुकी है. मतलब, बैंकों से इस तरह से चोरी करने वाला गैंग झारखंड-बंगाल में सक्रिय है.
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