मौके पर डॉ बीके पंकज, डॉ दिनेश कुमर सिन्हा, डॉ प्रणव कुमार मंडल, डॉ अमरदीप कुमार, डॉ अवनिश कुमार सिंह, डॉ रजनीश सदान ने विभिन्न विषयों पर व्यख्यान दिये. मुख्य अतिथि डॉ एके सिंह ने कहा : प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में यदि कुछ दिखता है कि केवल सरकारी भवन. इन भवनों को चलाने के लिए चिकित्सकों की घोर कमी है. राज्य सरकार इस ओर पहले ध्यान दें. आइएमए हर सहयोग के लिए तैयार है. राज्य सरकार ही सेवा नहीं ले पाती है. इस संबंध में मुख्यमंत्री से पत्रचार भी किया गया है. राज्य में तीन मेडिकल कॉलेज है. इनकी भी स्थिति अच्छी नहीं है. एमसीआइ की तलवार बराबर लटकी रहती है.
प्रदेश में हॉस्पिटल प्रोटेक्शन एक्ट जरूरी है. इसके लिए पूर्व में प्रयास किया गया था. कुछ विधायक के कारण मामला लटका हुआ है. पुन: इस एक्ट को लेकर मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे. आइएमए के प्रतिनिधि को हर स्तर पर शामिल करना ही चाहिए. बोकारो में नर्सिग होम व अस्पताल निबंधन कमेटी में चुने हुए प्रतिनिधि को नहीं रखा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. आइएमए को अपने सदस्यों की संख्या बढ़ानी होगी. दक्षिण के चिकित्सकों में एकजुटता है. इस कारण वे अपनी मांग को मनवाने में सफल होते हैं. हमारी संख्या अधिक होगी, तो हम भी ताकतवर होंगे. अधिक से अधिक चिकित्सकों को जोड़ें. विशिष्ट अतिथि डॉ बोस ने कहा : हम चिकित्सकों को अपने दायित्व व धर्म का पूरी तरह पालन करना चाहिए. मानवता के लिए हम सजग हो. यह पहला कर्तव्य है.