बोकारो: जीनत परवीन (काल्पनिक नाम) के आरोपों के बाद चास में महिला समिति चलाने वाले आजसू नेता सुधीर जायसवाल बुरी तरह फंस चुके हैं. कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं. दर्ज बयान में जीनत ने साफ कहा है कि सुधीर महिला समिति की आड़ में सेक्स रैकेट चलाते हैं. उसी रैकेट में जीनत को धकेलने की कोशिश की गयी.
उसने कहा है कि वह एक तरह से सुधीर की जाल में फंस चुकी थी, पर किसी तरह जान बचा कर रांची से भागने में सफल रही. उसने आरोप लगाया है कि महिला समिति में काम करने वाली कई महिलाएं इस काम में संलिप्त हैं और उसे भी मुंह बंद कर इस काम में शामिल हो जाने की नसीहत महिलाओं ने दी थी. पर जीनत ने इनकार किया और घरवालों की मदद से चास थाना में मामला दर्ज कराया.
..ऐसे बची जीनत की आबरू
जीनत सुधीर के महिला समिति कार्यालय में पिछले 40 दिनों से काम कर रही थी. अचानक एक दिन सुधीर ने किसी मीटिंग का बहाना किया और नया मोड़ चलने की बात कही. सुधीर बोलेरो लेकर जीनत के घर पहुंचा. जीनत जब बोलेरो में बैठने आयी तो गाड़ी में दो दूसरी लड़कियों को भी देखा. गाड़ी चास से खुली तो सीधा रांची पहुंची. रास्ते में सुधीर ने दो और लोगों को फोन किया और रांची में उसके पास पहुंचने को कहा.
रांची पहुंचने पर दो लोग बोलेरो से आये और सुधीर ने बोलेरो में बैठी एक लड़की का सौदा उस अनजान से 15,000 में तय कर दिया. लड़की उस आदमी के साथ राजी-खुशी चली गयी. सुधीर वहां आये दूसरे ग्राहक से अब जीनत की बात करने लगा. मामला कितने में तय हुआ यह तो पता नहीं चला पर जीनत को इस काम के लिए पांच हजार रुपये देने की बात कही गयी. जीनत ने जाने से इनकार किया. जब सुधीर उस अनजान शख्स से बात करने में मशगूल था, तो किसी तरह जीनत बोलेरो से उतर कर वहां से फरार हुई और बस से वापस बोकारो आ गयी.