नयी दिल्ली : धीरे- धीरे अपने आपको अग्रणी बॉलीवुड अभिनेता के तौर स्थापित इमरान हाशमी का कहना है कि उन्होंने अपने कॅरियर में चुनौती स्वीकार की और यही कारण है कि उन्हें सफलता मिली.
दशक भर के लंबे कॅरियर में 34 वर्षीय अभिनेता ने शुरुआती वर्षों में कई बार एक ही तरह की भूमिका निभाई, लेकिन वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई, द डर्टी पिक्चर और शंघाई से उन्होंने अपने को सफल कलाकार साबित किया.
वह कहते हैं, कुछ सफल फिल्मों के बाद आपको कुछ गंवाने का डर सताता है. शुरुआत में यह आसान रहता है क्योंकि आप जोखिम लेते हैं, खोने के लिए कुछ नहीं होता और आपके बारे में कोई खास राय भी नहीं बनती. हाशमी ने एक साक्षात्कार में कहा, चीजें धीरे धीरे रुप लेती हैं और तब आपको यह डर लगता है कि कल क्या होगा अगर मेरे पास यह न हो.
लेकिन, मुझे लगा कि सफल फिल्मों ने मुझे जो दिया वह जोखिम ही है. इसलिए, अगर मैं जोखिम लेना बंद कर दूं तो खत्म हो जाऊंगा. जोखिम लेना जारी रखूंगा. अभिनेता अब राजकुमार गुप्ता निर्देशित घनचक्कर में एक दिलचस्प किरदार में दिखेंगे. यह कॉमिक-थ्रिलर फिल्म इस शुक्रवार को रिलीज हो रही है.