चंदनकियारी : गवाई बराज परियोजना के तहत चंदनकियारी के किसानों के खेत में पानी पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर सिंचाई प्रमंडल तेनुघाट द्वारा प्रखंड में कई किलोमीटर तक नहर का निर्माण करवाया गया था. परंतु उक्त योजना भी ठेकेदारी प्रथा की भेंट चढ़ गयी.
अभी तक इसका लाभ किसानों को नहीं मिला. वर्ष 1977-78 में शुरू इस योजना 1981-82 में पूर्ण बताकर पूरी राशि का उठाव कर लिया गया. तीस वर्षों के बाद भी परियोजना का उपयोग नहीं हो पाया. लोकसभा व विधानसभा चुनाव से लेकर पंचायत चुनाव तक सभी दलों के घोषणा पत्र में इसे शामिल तो किया जाता है, लेकिन इसके कायाकल्प के बारे में किसी प्रतिनिधि ने सोचा.
समय समय पर दो से पांच वर्षों के अंतराल में सिंचाई प्रमंडल द्वारा इसका जीर्णोद्धार करवाया गया, लेकिन इसका लाभ सिर्फ विभागीय अधिकारी और ठेकेदार को ही मिला. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि इस बार के विधानसभा चुनाव में किस दल के चुनावी घोषणा पत्र में इस परियोजना को शामिल किया जाता है और इसका अंजाम क्या होता है.