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निर्दलीय जीता था, निर्दलीय ही जितूंगा : समरेश

24 बोक 32-समरेश सिंह को स्मार पत्र सौंपते ग्रामीण -निर्दलीय प्रत्याशी समरेश सिंह ने किया दर्जनों गांवों का दौराप्रतिनिधि, बोकारो आप मुझे 1977 में निर्दलीय विधायक चुने थे. अब वर्ष 2014 में पुन: अंतिम बार निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हूं, आप लोगों को ही जीत सुनिश्चित करनी होगी. मुझे डेढ़ लाख वोट की जरूरी है. […]

24 बोक 32-समरेश सिंह को स्मार पत्र सौंपते ग्रामीण -निर्दलीय प्रत्याशी समरेश सिंह ने किया दर्जनों गांवों का दौराप्रतिनिधि, बोकारो आप मुझे 1977 में निर्दलीय विधायक चुने थे. अब वर्ष 2014 में पुन: अंतिम बार निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हूं, आप लोगों को ही जीत सुनिश्चित करनी होगी. मुझे डेढ़ लाख वोट की जरूरी है. यह बातें सोमवार को निवर्तमान विधायक सह निर्दलीय प्रत्याशी समरेश सिंह ने जनसंपर्क अभियान के दौरान मतदाताओं को संबोधित करते हुए कही. श्री सिंह ने पिंड्राजोरा, चाकुलिया, काशी झरिया, सतनपुर सहित दर्जनों स्थानों में जन संपर्क अभियान चलाया. इस दौरान अलग-अलग स्थानों में श्री सिंह का स्वागत किया गया. साथ ही ग्रामीणों ने सुभाष चंद्र बोस की फोटो भेंट की. सतनपुर के मतदाताओं ने दादा को पगड़ी बांध कर व तलवार भेंट कर सम्मानित किया. साथ ही स्मार पत्र भी भेंट किया. ग्रामीणों ने कहा : बीएसएल के सीएसआर के तहत जो गांवों में विकास हुआ है, वह दादा का ही देन है. विस्थापितों का मान-सम्मान व रक्षा दादा ही कर सकते है. इसलिए दादा को विधान सभा पहुंचाना बहुत ही जरूरी हैं. इस दौरान दादा ने सभी मतदाताओं से अपने पक्ष में वोट देने की अपील की. निर्दलीय प्रत्याशी श्री सिंह ने कहा : बोकारो एक बौद्धिक शहर हैं. यहां बुद्धिजीवी लोग निवास करते हैं. इसलिए मैंने यहां के युवक-युवतियों के लिए स्कूल व कॉलेज का निर्माण करवाया. ताकि यहां के युवक शिक्षा से वंचित न रह जाये. अगर लोगों ने मौका दिया, तो हर गांव में विकास दिखेगी. मौके पर दुलाल चंद्र मल्लिक, दानु बक्ति, राहुल कुमार ठाकुर, दिलीप राय, किस्टो बनर्जी, पलटू बनर्जी, पंकज ठाकुर सहित दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे.

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