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मॉब लिंचिंग के 36 मामले दर्ज किये गये वर्ष 2019 में
अजय सिंह फिरौती के लिए बालक का अपहरण व हत्या करने वाले अपराधियों को मिली फांसी की सजा बोकारो : गुजरता वर्ष 2019 अब कुछ घंटों का मेहमान है. गुजरता हुआ वर्ष कुछ अच्छी यादें देकर जायेगा, तो कुछ को याद कर पीड़ा होगी. कुछ अापराधिक घटनाओं के कारण वर्ष 2019 याद रहेगा. बोकारोवासी खासकर […]
अजय सिंह
फिरौती के लिए बालक का अपहरण व हत्या करने वाले अपराधियों को मिली फांसी की सजा
बोकारो : गुजरता वर्ष 2019 अब कुछ घंटों का मेहमान है. गुजरता हुआ वर्ष कुछ अच्छी यादें देकर जायेगा, तो कुछ को याद कर पीड़ा होगी. कुछ अापराधिक घटनाओं के कारण वर्ष 2019 याद रहेगा. बोकारोवासी खासकर बाइक चोरी, गृहभेदन व छिनतई जैसी छोटी-मोटी घटनाओं को लेकर हमेशा परेशान रहे. इस वर्ष जिले में कुछ बड़ी घटनाएं भी हुई.
ठेकेदार व व्यवसायियों को गुंडा टैक्स से नहीं मिली राहत
बोकारो जिला झारखंड का एक औद्योगिक केंद्र है. यहां बड़ी संख्या ठेकेदार व व्यवसायी भी उद्योग, रेलवे, कोयला खदान व स्क्रैप के व्यवसाय से जुड़ कर अपना व्यवसाय करते हैं. यहां के व्यवसायियों व ठेकेदारों को जान मारने की धमकी देकर गुंडा टैक्स की वसूली करने वाला अपराधियों का गैंग भी है. फिलहाल बोकारो जिले में बिहार के मोकामा निवासी अपराधी राजेश सिंह का गिरोह रेलवे व स्क्रैप ठेका से जुड़े व्यवसायियों को धमकी देकर ठेका के एवज में पांच प्रतिशत रंगदारी की वसूलता है.
बोकारो पुलिस वर्ष 2019 में भी यहां के व्यवसायियों व ठेकेदारों को राजेश सिंह के गिरोह से मुक्ति नहीं दिला सकी. राजेश सिंह बोकारो से दूर रहकर स्थानीय अपराधियों की मदद से बोकारो में अपना गिरोह संचालित कर रहा है. क्षेत्र में अपना आतंक कायम रखने के लिये इसी गिरोह के अपराधियों ने गत 15 अक्टूबर को माराफारी थाना क्षेत्र के रितुडीह में स्क्रैप व्यवसायी सह भाजपा नेता जलेश्वर साव पर दिनदहाड़े फायरिंग कर उन्हें गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था. कुछ दिनों पूर्व जलेश्वर के बड़े भाई नवीन साव को फोन कर अपराधियों ने एक करोड़ रुपये रंगदारी की भी मांग की. पूरे वर्ष जिले के कई व्यवसायी व ठेकेदारों से इस गिरोह ने गुंडा टैक्स की मांग की है.
फिरौती के लिये बालक के अपहरण व हत्या में मिली मौत की सजा
वर्ष 2019 न्यायालय द्वारा दिये गये कठोर सजा के लिये भी याद किया जायेगा. लगभग 15 वर्ष पूर्व सेक्टर तीन में हुए एक परिवार के पांच सदस्यों की हत्या में स्थानीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने एक मुजरिम को फांसी की सजा सुनायी थी.
15 वर्ष के बाद 26 सितंबर 2019 को स्थानीय न्यायालय के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय जनार्दन सिंह ने फिरौती के लिए 11 वर्षीय बालक अंकित के अपहरण व हत्या में स्थानीय तीन युवक विवेक कुमार, संजय कुमार रजक व संजीव कुमार को फांसी की सजा सुनायी है. यह घटना 26 नवंबर 2013 को सेक्टर चार में हुई थी. सेक्टर चार सी निवासी बालक अंकित का अपहरण ट्यूशन जाने के दौरान रास्ते से कर लिया गया था. अंकित को छोड़ने के लिये उसके परिजनों से 20 लाख रुपये फिरौती की मांग की गयी थी. कुछ दिनों बाद अपराधियों ने अंकित की हत्या कर परिजनों से पांच लाख रुपये फिरौती का रकम भी ले लिया.
चंदनकियारी में अनियंत्रित ट्रक ने आठ लोगों को रौंदा था
20 अगस्त 2019 की शाम चंदनकियारी चौक पर एक ट्रक अनियंत्रित होकर कई लोगों, मवेशी व वाहन में धक्का मारते हुए एक आवास से टकरा गया. ट्रक की गति इतनी अधिक तेज थी की ट्रक में एक बाइक फंसकर दो किलोमीटर तक घसीटते हुए गयी. इसके बाद अनियंत्रित ट्रक एक आवास से टकरा कर रूक गया. घटना में आठ लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए थे. चंदनकियारी निवासी परीक्षित डे, विशु व महिला लखी देवी की मौत हो गयी थी.
उड़ती रहीं अफवाहें, पिटाई से एक की मौत
वर्ष 2019 के अगस्त माह के बाद बोकारो जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बच्चा चोरी, गौ वंश की तस्करी व चोरी की अफवाह फैलाकर भीड़ ने कई लोगों के साथ मारपीट की. पांच माह में ही जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में अफवाह के कारण मॉब लिचिंग के 36 घटनाएं दर्ज की गयी. उक्त सभी घटनाओं में सबसे बड़ी घटना बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र के सीसीएल गोविंदपुर कॉलोनी में हुई. पांच नवंबर 2019 की रात गोविंदपुर कॉलोनी के स्थानीय लोगों ने नयी बस्ती निवासी मुबारक अंसारी व अख्तर अंसारी को पकड़ कर बैटरी चोरी करने का आरोप लगाकर बेरहमी से पिटाई कर दी. घटना में मुबारक अंसारी की मौत हो गयी. अख्तर अंसारी गंभीर रूप से जख्मी हुआ था.
गृहभेदन व चोरी की 661 घटनाओं से परेशान रहे शहरवासी
वर्ष 2019 में जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र के लोग गृहभेदन व चोरी की घटनाओं से परेशान रहे. नवंबर माह तक जिले के विभिन्न थाना में चोरी व गृहभेदन के 661 मामले दर्ज किये गये. इसमें वाहन चोरी के 185 मामले शामिल है. बोकारो पुलिस ने चोरी के कुछ मामलों में अपराधियों को भी गिरफ्तार किया, लेकिन आम लोगों को चोरी व गृहभेदन से राहत नहीं मिली.
अपहरण की 98 घटनाओं ने भी लोगों को किया परेशान
जिले के विभिन्न थाना में वर्ष 2019 के नवंबर माह तक अपहरण के 98 मामले दर्ज किये गये है. उक्त सभी अपहरण की घटनाओं में खास बात यह है कि केवल एक घटना को छोड़कर अपहरण के सभी मामले युवक-युवती के घर छोड़कर भाग जाने की घटना है. फिरौती के लिए अपहरण की एक भी वारदात इस वर्ष नहीं हुई है. पुलिस जांच में अपहरण का लगभग शत प्रतिशत प्रतिशत मामला बाद में प्रेम-प्रसंग का निकला.
दुष्कर्म की घटनाओं में बढ़ोतरी
जिले में वर्ष 2019 में दुष्कर्म व अपहरण की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. आंकड़ा के अनुसार, गत तीन वर्ष से इस घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हुई है. जिले के विभिन्न थाना में इस वर्ष दुष्कर्म की 80 व अपहरण की 98 घटनाएं दर्ज की गयी है. दुष्कर्म का आंकड़ा देखे तो जिले के विभिन्न थाना में वर्ष 2017 में 65, वर्ष 2018 में 67 व वर्ष 2019 के नवंबर माह तक 80 घटनाएं दर्ज हो चुके है. अपहरण का मामला भी विगत तीन वर्षों से लगातार बढ़ रहा है. वर्ष 2017 में अपहरण के 69 मामले, वर्ष 2018 में 77 व वर्ष 2019 में 98 मामले दर्ज किये गये है.
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