बोकारो: बोकारो औद्योगिक क्षेत्र के बियाडा फेज एक स्थित सिंह इलेक्ट्रिकल एंड इंजीनियरिंग वर्क्स में हुई 30 लाख की डकैती की घटना का उद्भेदन हो गया है. फैक्टरी मालिक चास के जोधाडीह मोड़ निवासी श्रीकांत सिंह ने इंश्योरेंस का 39 लाख रुपया व फैक्टरी की रिपेयरिंग के लिए आये तांबे को हड़पने के लिए खुद संपत्ति गायब करायी थी और डकैती की झूठी कहानी बनायी थी. यह खुलासा बोकारो एसपी जितेंद्र सिंह ने किया है. श्री सिंह अपने कार्यालय कक्ष में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
बियाडा : फैक्टरी मालिक
एसपी ने बताया : डकैती कांड के सूचक संतोष कुमार की निशानदेही पर पुलिस ने फैक्टरी परिसर से ही कॉपर तार बरामद कर लिया है. फैक्टरी से बाहर छुपा कर रखे अन्य सामानों व घटना में प्रयुक्त वाहन को भी जल्द बरामद कर लिया जायेगा. डकैती की झूठी कहानी बनाने वाले फैक्टरी मालिक श्रीकांत सिंह, उनके कर्मचारी व केस के सूचक संतोष कुमार, सुबोध शर्मा, रामचंद्र सिंह व उपेंद्र तांती को गिरफ्तार कर लिया गया है. बियाडा स्थित सिंह इलेक्ट्रिकल फैक्टरी में 18 जुलाई की रात डकैती की सूचना पुलिस को मिली थी. पुलिस घटना स्थल पर पहुंची, तो फैक्टरी मालिक के व्यवहार पर शंका हुई. 30 लाख के डाका के बाद भी फैक्टरी मालिक के चेहरे पर शिकन तक नहीं थी.
कर्मचारियों के सहयोग से लादा सामान : लाखों का तांबा व इंश्योरेंस का 39 लाख रुपया हड़पने की नियत से फैक्टरी मालिक 18 जुलाई की रात एक बजे जीप व इंडिका कार से कुछ लोगों को लेकर आये. फैक्टरी में मौजूद कर्मचारियों को अपनी योजना बतायी. फैक्टरी में रखा सारा सामान तितर-बितर कर दिया. फैक्टरी के कर्मचारी व साथ आये सहयोगियों की मदद से फैक्टरी में रखे तांबा के सभी सामान को एक के बाद एक जल्दी-जल्दी गाड़ी में लोड कर लेकर चले गये. कीमती सामान को गाड़ी से कहीं दूसरे जगह ठिकाने लगा कर छोटा-मोटा सामान फैक्टरी में ही छुपा दिया. इसके बाद रात में ही बैंक, इंश्योरेंस व पत्रकारों को फोन कर बुलाया. उक्त फैक्टरी पर भारतीय स्टेट बैंक का लोन बकाया है. मालिक के निर्देश पर फैक्टरी के कर्मचारी ने सभी को झूठी कहानी बतायी थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सूचक संतोष कुमार, फैक्टरी के गार्ड रामचंद्र सिंह व फैक्टरी मालिक के साथ कार से आये उपेंद्र तांती ने पत्रकारों के समक्ष स्वयं डकैती की झूठी कहानी का खुलासा किया है. गिरफ्तार फैक्टरी मालिक व उनके सहयोगियों के खिलाफ डकैती का झूठा केस करने व जालसाजी कर सरकारी राशि हड़पने का मामला दर्ज किया जायेगा.
डीआइजी ने की मॉनीटरिंग : डकैती कांड की सूचना के बाद कोयला क्षेत्र बोकारो के डीआइजी देव बिहारी शर्मा ने बोकारो पुलिस की मॉनीटरिंग की. उन्होंने फैक्टरी में आये व फैक्टरी से बाहर गये समान के रजिस्टर का मिलान करने का निर्देश दिया. डाका कांड के समय फैक्टरी में मौजूद सभी कर्मचारियों से अलग-अलग पूछताछ करने का भी निर्देश दिया. घटना का उद्भेदन के लिए एसपी ने मुख्यालय डीएसपी विनोद कुमार सिन्हा व चास एसडीपीओ मनीष टोप्पो के नेतृत्व में चार टीम का गठन किया था. इस टीम में बालीडीह थानेदार राजेश कुमार सिंह व माराफारी थानेदार राज कुमार यादव शामिल थे.
कर्मचारियों ने कबूला गुनाह
फैक्टरी मालिक फोन कर सुबह दस बजे तक बैंक, इंश्योरेंस कंपनी के पदाधिकारी को बुला चुके थे. रात में हुई डकैती के बाद इंश्योरेंस कंपनी के पदाधिकारी कोलकाता से सुबह 10 बजे तक पहुंच चुके थे. इन बातों से पुलिस की शंका बढ़ गयी. फैक्टरी के कर्मचारी संतोष कुमार के बयान पर मामला दर्ज कर पुलिस ने सभी कर्मचारियों से अलग-अलग पूछताछ की. इसके बाद सच सामने आया. डकैती कांड के सूचक संतोष कुमार ने पुलिस को बताया : दो दिन पहले अशोक इंटरप्राइजेज कंपनी से छह क्विंटल तांबा का समान आया था. चार दिन में अशोक इंटरप्राइजेज का समान बना कर देना था. इसके अलावा अन्य कंपनी का तांबा से संबंधित पार्ट्स रिपेयरिंग के लिये आया था.