कॉलिंग और इंटरनेट सेवा के लिए प्राइवेट कंपनियों की तरफ भाग रहे हैं बैंक
खराब सर्विस और कॉस्ट कटिंग है कारण
बोकारो : ‘बीएसएनएल बेस्ट है मेरे लिए’ भारतीय संचार निगम लिमिटेड का यह स्लोगन बोकारो के बैंकों को भा नहीं आ रहा है. बैंक कॉलिंग और इंटरनेट सेवा के लिए बीएसएनएल से दूरी बना कर प्राइवेट सर्विस प्रोवाइडर की ओर रुख कर रहे हैं. जिला का दूसरा सबसे बड़ा (शाखा के हिसाब से) बैंक एसबीआइ ने अपने सभी अधिकारियों को बीएसएनएल छोड़ कर जीओ जीओ का नंबर दे दिया गया है. वहीं, पंजाब नेशनल बैंक आइडिया की सर्विस ले रहा है. इसके पीछे बीएसएनल की खराब सर्विस जिम्मेदार है.
बैंक अधिकारियों की माने तो बीएसएनएल की सर्विस में हमेशा लिंक की समस्या बनी रहती थी. इससे कर्मचारी व ग्राहक दोनों को परेशानी होती थी. खास कर ग्रामीण इलाकों में तो स्थिति ज्यादा खराब थी. हालांकि अभी भी कई बैंक बीएसएनएल से ही काम चला रहे हैं. एसबीआइ के एक अधिकारी की माने तो बीएसएनएल से जीओ में जाने का एक कारण कॉस्ट कटिंग भी है. जिला के 40 ब्रांच में पहले टेलीफॉनिक कॉस्ट 40 हजार रुपया के करीब होता था. जीओ के इस्तेमाल के बाद 10 हजार रुपया हो गया है. सर्विस के मामले में जीओ ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेहतर है.
एसबीआइ व पीएनबी के टेलीफॉनिक परिवर्तन के अलावा ब्रॉडबैंड की दृष्टि से भी बैंकों ने बीएसएनएल के समानांतर पहल की है. बैंक ऑफ इंडिया विकल्प के तौर पर एयरटेल की सुविधा ले रहा है. पीएनबी भी एयरटेल की सुविधा ले रहा है. वहीं, भारतीय स्टेट बैंक बीएसएनएल के साथ-साथ टाटा की सुविधा ले रहा है. अन्य बैंकों ने भी बीएसएनएल के समानांतर सर्विस की ओर रुख किया है.