बोकारो : सिटी पार्क के बसंत मेला ग्राउंड में देर रात तक हंसी के ठहाके लगते रहे. खचा-खच भरी भीड़ हंस-हंस कर लोट-पोट होती रही. हर दो मिनट की गंभीर मुद्रा के बाद लोगों के चेहरे का नक्शा ही बदल जा रहा था.
चौबे जी बंद करते तो अग्निहोत्री जी शुरू होते. उनका स्टॉक खत्म होता, तो बख्शी साहब अपना पिटारा खोलते. कभी कविता तो कभी शायरी. कभी राग, तो कभी तुकबंदी. आनंद ऐसा की देर रात तक कार्यक्रम चलने के बाद भी नींद सिटी पार्क से कोसों दूर थी. मौका बोकारो स्टील के हास्य कवि सम्मेलन का था. इस सम्मेलन की पहली बार जिम्मेवारी झारखंड के कवि कुमार ब्रजेंद्र (रांची) को सौंपी गयी.
संचालन भी वही कर रहे थे. अरुणा चौहान (रायपुर) मंच की अध्यक्षता कर रही थी. बाकी प्रदीप चौबे (ग्वालियर), बसंत जोशी (धनबाद), कृष्णकांत अग्निहोत्री (कानपुर), संदीप सपन (जबलपुर), अनिल कांत बख्शी (राजनाथगांव), अनिल चौबे (बनारस), संज्ञा तिवारी (गाजीपुर) ने कई मजेदार और हास्य कविता परोसी.
सम्मेलन का उद्घाटन बीएसएल के सीइओ अनुतोष मैत्र ने मंच पर दीप प्रज्वलित कर किया. मौके पर बीएसएल और प्रशासन के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे.