बोकारो: बीएसएल कर्मियों को इस वर्ष दुर्गा पूजा के पहले ही बोनस (एक्सग्रेेसिया) मिल सकता है. दुर्गा पूजा सितंबर में 29 (महानवमी) व 30 (दशहरा) को है. हालांकि, बोनस की राशि पिछले वर्ष के 10 हजार रुपये में बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है. पिछले दो वित्तीय वर्ष 2015-16 व 2016-17 से सेल घाटे में है.
विपरीत परिस्थितियों में सेल प्रबंधन बार-बार बैठक व तोल-मोल कर कर्मियों को निराश नहीं करना चाहता है. उत्पादन के साथ कर्मियों का मनोबल बनाये रखने के लिए प्रबंधन समय पर बोनस देने का मन बना रहा है. सेल को वित्तीय वर्ष 2015-16 में 4021 करोड़ रुपये और वर्ष 2016-17 में 2833 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. चालू वित्तीय वर्ष 2017-18 में स्थिति में कुछ सुधार हुआ है. लेकिन, पहली तिमाही में ही कंपनी घाटे में रही.
2016 में मिला था 10 हजार रुपये : वर्ष 2016 में घाटा के बावजूद बीएसएल कर्मियों को बतौर बोनस 10 हजार रुपया मिला था.
इसके पहले वर्ष 2015 में बतौर एडवांस बोनस का भुगतान नौ हजार रुपया किया था. इसके विरोध में बोकारो स्टील प्लांट में नन एनजेसीएस संगठन ने हड़ताल की थी. इसके बाद ही बोनस को रेगुलर किया गया था.
इस बार भी यूनियन कर्मियों को बोनस देने के पक्ष में है. राशि पर अभी किसी ने नहीं कुछ नहीं कहा है. एनजेसीएस व गैर एनजेसीएस नेता कर्मियों के बोनस के पक्ष में हैं. जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री बीके चौधरी का कहना है कि कर्मियों को हर हाल बोनस मिलना चाहिए. अगर प्रबंधन ने बोनस को लेकर टाल-मटोल की नीति अपनायी तो वर्ष 2015 की तरह बीएसएल में हड़ताल फिर होगी.
11 अगस्त को होगी चर्चा
बोनस के मुद्दे पर अभी सेल प्रबंधन व एनजेसीएस की बैठक की तारीख तय नहीं हुई है. 11 अगस्त को सेल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की होने वाली बैठक में बोनस की राशि व उसके भुगतान के मुद्दे पर चर्चा होने की संभावना प्रबंधन सूत्रों ने जतायी है. बैठक में सहमति बन जाने के बाद प्रबंधन एनजेसीएस के पांचों सदस्य इंटक, सीटू, एक्टू, एचएमएस व बीएमएस के प्रतिनिधियों को बुलायेगा. यूनियन प्रतिनिधियों को प्रस्तुतिकरण के माध्यम से कंपनी की स्थिति से अवगत कराया जायेगा. प्रबंधन व यूनियनों की सहमति बनने के बाद बोनस की राशि का भुगतान कर दिया जायेगा. बोनस की राशि का भुगतान 15 सितंबर के पहले होने की संभावना जतायी जा रही है.