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चौकसी: आवासीय इलाके से अपराधी की गिरफ्तारी ने बढ़ायी पुलिस की चिंता, किरायेदारों का होगा वेरिफिकेशन
बोकारो: आवासीय इलाकों से अपराधी व नक्सली की गिरफ्तारी ने पुलिस प्रशासन को अपनी कार्यप्रणाली पर पुनर्विचार के लिए मजबूर कर दिया है. पिछले दिनों बारी को-ऑपरेटिव से आंध्रा का एक नक्सली व माराफारी थाना क्षेत्र से चाइबासा का अपराधी की गिरफ्तारी ने पुलिस की परेशानी बढ़ा दी है. बदली हुई परिस्थिति में अब बोकारो […]
बोकारो: आवासीय इलाकों से अपराधी व नक्सली की गिरफ्तारी ने पुलिस प्रशासन को अपनी कार्यप्रणाली पर पुनर्विचार के लिए मजबूर कर दिया है. पिछले दिनों बारी को-ऑपरेटिव से आंध्रा का एक नक्सली व माराफारी थाना क्षेत्र से चाइबासा का अपराधी की गिरफ्तारी ने पुलिस की परेशानी बढ़ा दी है. बदली हुई परिस्थिति में अब बोकारो पुलिस भी किरायेदारों का ऑनलाइन सत्यापन पर विचार कर रही है.
माराफारी थाना इलाके से चाईबासा के कुख्यात अपराधी की गिरफ्तारी के बाद एक बार पुन: किरायेदारों को लेकर बोकारो पुलिस चिंतित हो गयी है. एक बात तो स्पष्ट है कि पुलिस न तो बाहर से आकर शहर में रहने वालों का सत्यापन करा रही है और न ही किरायेदारों व हॉस्टलर्स का. बोकारो में बिहार के अपराधियों की शुरू से ही सक्रियता रही है. आज भी बिहार से जुड़े कई गिरोह बोकारो में सक्रिय है़ं इससे निजात के लिए बोकारो पुलिस ऑनलाइन वेरिफिकेशन पर विचार कर रही है.
एसपी वाइएस रमेश के मुताबिक पुलिस ने बाहर से आने वालों व किरायेदारों पर नजर रखने के लिए सिटी डीएसपी को नामित किया गया है. वह थाना की मदद से किरायेदारों का ब्योरा आदि रखने का कार्य देख रहे है़ं.
सिटी सेंटर सहित अन्य इलाकों में स्थित होस्टल में रहने वालों की जानकारी एकत्र करने का निर्देश महिला थाना प्रभारी को दिया गया है. वह ब्वॉयज व गर्ल्स दोनों हॉस्टल में रहने वालों की जानकारी एकत्र कर रही है़ं.
एसपी के अनुसार अब किरायेदारों व नौकर आदि के वेरीफिकेशन के लिए पुलिस अब तकनीक की मदद लेगी. इसके तहत बोकारो पुलिस अपनी वेबसाइट पर गुजरात पुलिस की तर्ज पर ऑनलाइन वेरीफिकेशन करेगी. इसके लिए कार्रवाई की जा रही है़ कार्रवाई पूरी होने के साथ यह व्यवस्था लागू हो जायेगी.
किरायेदार पर डीएसपी होस्टलर्स पर रहेगी थाना प्रभारी की नजर
केस स्टडी-1
हाल में ही माराफारी थाना इलाके से चाईबासा से हत्या के मामले में फरार अपराधी बाबू लाल गिरफ्तार हुआ था़ वह यहां अपनी पहचान छिपाकर छोटी-मोटी नौकरी कर रहा था. चाईबासा पुलिस उसे बोकारो पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर साथ ले गयी.
केस स्टडी -2
वर्ष 2009 के नवंबर माह में बारी को-ऑपरेटिव के मकान संख्या 2 में भारी मात्रा में हथियार बरामद हुआ था. उक्त आवास को पटना के सुबोध नामक व्यक्ति ने किराये पर ले रखा था. सुबोध ने अपना परिचय मोबाइल टावर लगाने वाला ठेकेदार के रूप में दिया था. उक्त मकान से एक एके 47,दो इंसास रायफल, तीन हैंड ग्रेनेड, नक्सली साहित्य व 32 हजार गोली बरामद हुआ था.
केस स्टडी 3
बोकारो पुलिस ने चास की गुजरात कॉलोनी स्थित एक मकान से आंध्र प्रदेश के इनामी हार्ड कोर नक्सली शंकर अन्ना को गिरफ्तार किया था. वह अपनी पहचान छिपाकर आठ माह से चास में रहकर मजदूरों के बीच नक्सली संगठन विस्तार कर रहा था.
पुलिस की जिम्मेदारी
आदेश-निर्देश की शैली से हटकर पुलिस को मकान मालिकों के साथ समन्वय कायम करते हुए रणनीति पर अमल करना होगा. उन्हें समय-समय पर किरायेदारों व हॉस्टल को चेक करते रहना होगा. थाना क्षेत्र में रहने वालों की पूरी जानकारी लेना, सभी मकान मालिकों व हॉस्टल संचालकों को जानकारी देने के लिए प्रेरित करना है़.
मकान मालिकों की जिम्मेदारी
पुलिस को सुगम करने के लिए मकान मालिकों को भी उन्हें सहयोग करना होगा. मकान मालिकों को किरायेदारों की जानकारी स्थानीय थाना को देना व वेरिफिकेशन कराना होगा. इसके साथ किरायेदार की आइडी आदि पुलिस को उपलब्ध कराना व किरायेदारों की गतिविधि संदिग्ध होने पर पुलिस को सूचित करते रहना होगा.
चास थाना क्षेत्र में ज्यादा किरायेदार
बोकारो शहर के सेक्टर 12, हरला, चास, बीएस सिटी थाना आदि इलाके में सबसे अधिक किरायेदार रहते हैं. सर्वाधिक किरायेदार चास थाना इलाके में रहते हैं. उसके बाद बीएस सिटी थाना इलाके में भी किरायेदारों की संख्या काफी है़.
पुलिस ने सत्यापन की रणनीति तैयार की है. कार्रवाई धीमी अवश्य है. इसके लिए संबंधित पुलिस पदाधिकारी को पूर्व से ही निर्देश दिया गया है. बोकारो पुलिस गुजरात पुलिस की तर्ज पर वेरीफिकेशन के लिए कार्रवाई कर रही है. जल्द ही व्यवस्था लागू कर दी जायेगी.
वाइएस रमेश, एसपी, बोकारो
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