चास : कस्तूरबा विद्यालय चास की 19 छात्राओं ने स्कूल छोड़ दिया. बताया जा रहा है कि स्कूल में साइंस का छात्र नहीं था. निराश छात्राएं 12 वीं की तैयारी के लिए घर चली गयी. बोकारो डीसी को छात्राओं ने इस बात की जानकारी दी है.
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कस्तूरबा चास की 19 छात्राओं ने छोड़ा स्कूल, साइंस टीचर नहीं होने को बताया वजह
चास : कस्तूरबा विद्यालय चास की 19 छात्राओं ने स्कूल छोड़ दिया. बताया जा रहा है कि स्कूल में साइंस का छात्र नहीं था. निराश छात्राएं 12 वीं की तैयारी के लिए घर चली गयी. बोकारो डीसी को छात्राओं ने इस बात की जानकारी दी है. सरकार के प्रयास को झटका कस्तूरबा विद्यालय सरकार का […]
सरकार के प्रयास को झटका
कस्तूरबा विद्यालय सरकार का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है. शिक्षक की कमी से विद्यालय छोड़े जाने के बाद सरकार के प्रयासों को एक बड़ा झटका के रूप में देखा जा रहा है. वंचित वर्ग के बेटियों के लिए एक ऐसे स्कूल की परिकल्पना की गयी थी, जहां आवासीय सुविधा हो.
कस्तूरबा विद्यालय स्थापना के उद्देश्य
देश के ग्रामीण इलाकों में लड़के व लड़कियों के स्कूली शिक्षा का अनुपात बेहद कमजोर है. वंचित तबकों के लड़कियों तक शैक्षणिक सुविधाओं को पहुंचाने के लिए आवासीय विद्यालय की स्थापना की गयी. ज्यादातर कस्तूरबा विद्यालय देश के 316 पिछड़े प्रखंड में खोले गये जहां महिला साक्षरता दर 30 प्रतिशत से कम है.
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