स्पेशल टीम गठित, दिल्ली, हरियाणा के संचालकों पर भी केस
2014 से रविकिशोर चला रहा गोरखधंधा
मेदिनीनगर : पैसा लेकर नेवी और एयर फोर्स में नौकरी दिलाने के नाम पर मेदिनीनगर में जो रैकेट सक्रिय है, उसके तार दिल्ली और हरियाणा से जुड़े हुए हैं. मेदिनीनगर में इस रैकेट का संचालन कर रहे लक्ष्य कोचिंग सेंटर के निदेशक रविकिशोर के पास से एक डायरी मिली है, जिसमें नौकरी के पैसे देनेवाले के नाम भी दर्ज है. एक उम्मीदवार से डेढ़ लाख रुपये की वसूली की जाती है और उसके बाद उन्हें दिल्ली और हरियाणा भेजा जाता है. दिल्ली और हरियाणा के जिन कोचिंग संचालक के साथ तार जुड़े हैं, उन कोचिंग संचालकों के खिलाफ भी शहर थाना में मामला दर्ज किया गया है.
सदर अनुमंडल पदाधिकारी नैंसी सहाय ने बताया कि लक्ष्य कोचिंग सेंटर के निदेशक रवि किशोर के बयान के आधार पर हरियाणा के रोहतक के विजेता डिफेंस एकेडमी के निदेशक जयप्रकाश नारायण व नयी दिल्ली के लक्ष्मी नगर में स्थित आस्था डिंफेस के निदेशक ओमप्रकाश सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बताया गया कि इस मामले का खुलासा होने के बाद इस पूरे मामले की जांच के लिए पलामू पुलिस ने स्पेशल टीम भी गठित की है. पूछताछ के दौरान रवि किशोर ने जो कुछ बताया है उसके मुताबिक 2014 से वह इस कार्य में लगा हुआ है. पूर्व में वह बिहार के आरा में जहां उसका मामा घर है, वहीं रह कर वर्ष 2008 में पढ़ाई करता था. इसी दौरान जयप्रकाश नारायण से उसकी मुलाकात हुई थी. वहां से जब वह वापस आया, तो उनके कहने पर कोचिंग खोली थी, जिसमें नेवी व एयर फोर्स की तैयारी के अलावा अन्य पढ़ाई भी होती थी.
लेकिन सेंटर का फोकस नेवी और एयरफोर्स के उम्मीदवारों पर अधिक होता था. इस मामले में शहर के दो अन्य कोचिंग सेंटर का नाम आया है, जिसमें आबादगंज में स्थित इंगलिश जोन व गुप्ता क्लासेज का नाम शामिल है. एसडीओ श्रीमती सहाय ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि एक परीक्षार्थी के पास से एक गंजी में चिप्स लगा हुआ मिला है, जिसमें बताया गया कि उस गंजी को पटना से लाया गया है. टेस्ट के लिए उस चिप्स के माध्यम से भी परीक्षा केंद्र से चोरी करायी जाती है.