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हत्या कर आत्महत्या का रूप तो नहीं दिया गया!
पुलिस ने किया गंभीर रूप से घायल सुकांतो का बयान लेने का प्रयास रांची : घटनास्थल को देखने के बाद पुलिस ने जो अनुमान लगाया है, उसके अनुसार घटना कहीं सुनियोजित हत्या का परिणाम तो नहीं है? हत्या के बाद डॉ सुकांतो चौधरी ने इसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास तो नहीं किया? पुलिस […]
पुलिस ने किया गंभीर रूप से घायल सुकांतो का बयान लेने का प्रयास
रांची : घटनास्थल को देखने के बाद पुलिस ने जो अनुमान लगाया है, उसके अनुसार घटना कहीं सुनियोजित हत्या का परिणाम तो नहीं है? हत्या के बाद डॉ सुकांतो चौधरी ने इसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास तो नहीं किया?
पुलिस ने इस बिंदु पर जानकारी लेने जब रिम्स जाकर घायल डॉ सुकांतो का बयान लेने का प्रयास किया, लेकिन डॉ सुकांतो सिर्फ जल-जल चिल्लाते रहे. डॉ सुकांतो फिलहाल कुछ बोल पाने की स्थिति में नहीं है. ठीक होने के बाद पुलिस उनका बयान लेगी. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटनास्थल की जांच के दौरान जो देखने को मिला, उससे इस बात की आशंका है कि डॉ सुकांतो चौधरी ने सभी को खाने में जहर मिला कर दिया होगा. मरनेवालाें ने भी जहर अपनी सहमति से खाया या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है?
पुलिस सूत्रों के अनुसार शव को देखने से स्पष्ट है कि मौत जहर खाने से हुई है, क्योंकि मृतक के नाखून का रंग नीला पड़ चुका है. मुंह से झाग निकल चुके हैं और नाक से खून बाहर निकल चुका है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार जब पांचों को जहर दिया गया, तब आंतरिक अंग में जलन होने की वजह से मरने से पहले पांचों लोग तपड़े होंगे, लेकिन कमरे या बेड में ऐसा कोई निशान नहीं है. कमरे के सभी सामान अपनी जगह पर थे. बेड पर भी तड़पने के काेई निशान हीं थे. इससे पुलिस अधिकारियों ने अनुमान लगाया कि जब जहर खाने की वजह से पांचों मर गये होंगे, तब डॉ सुकांतो ने सभी को बेड पर लिटा दिया होगा. सभी का हाथ उनकी छाती पर रख कर ऊपर से चादर से ढंक दिया होगा.
पांचों के मरने के दौरान डॉ सुकांतो सरकार जीवित थे. जब डॉ सुकांतो सरकार यह जान गये कि पांच की मौत हो गयी, तब उन्होंने चाकू से सीने में चाकू मार कर और नस काट कर जान देने का प्रयास किया होगा. सदर डीएसपी और रांची पुलिस के प्रवक्ता विकास चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि डॉ सुकांतो चौधरी के ठीक होने पर पुलिस उनका बयान लेने का प्रयास करेगी. बयान लेने के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जायेगा. फिलहाल किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी. पुलिस मामले में विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर रही है.
कहां- कहां डॉ सुकांतो के शरीर पर जख्म
घायल डॉ सुकांतो चौधरी के शरीर के विभिन्न स्थानों पर जख्म के निशान हैं. एक जख्म उनके हार्ट में है, दूसरा जख्म उनके गले में है. इसके अलावा उन्होंने हाथ और पैर का नस भी काट लिया है.
चाकू बरामद, जांच के लिए भेजा गया एक्सपर्ट के पास
पुलिस ने घटना के बाद डॉ सुकांतो के कमरे से एक चाकू बरामद किया है. चाकू पर खून के निशान हैं. पुलिस ने बरामद चाकू का फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट के पास जांच के लिए भेजा दिया है. एक्सपर्ट से रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस यह निर्णय लेगी कि चाकू पर सिर्फ सुकांतो चौधरी के हाथ का निशान है या किसी अन्य का भी है.
मधुमिता की बहन थी मोमिता फिर उसने आत्महत्या क्यों की?
रिश्तेदार की भी समझ से परे है घटना के कई पहलू
रांची : कोकर चौक के समीप स्थित रिवर्स अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 1002 में पांच शव मिलने और एक के घायल होने की सूचना मिलने पर सीआइडी और स्पेशल ब्रांच की टीम भी जांच करने पहुंची. टीम में शामिल अधिकारियों ने डॉ सुकांतो सरकार के रिश्तेदार और अन्य लोगों का बयान लिया.
जांच के दौरान टीम में शामिल एक अधिकारी ने डॉ सुकांतो के एक रिश्तेदार से पूछा कि डॉ सुकांतो के भतीजे पार्थिव की पत्नी मोमिता और उनकी पुत्री ने क्यों आत्महत्या की, मोमिता तो मधुमिता की बहन ही थी. एक बहन अपने दूसरे बहन को क्यों प्रताड़ित करेगी. अपनी बहन की बेटी को क्यों प्रताड़ित करेगी. अगर बहू मधुमिता की प्रताड़ना से तंग आकर डॉ सुकांतो के परिवार के सदस्यों ने जहर खाकर जान देने का निर्णय लिया, तब मोमिता और उनकी बेटी के सामने ऐसी क्या मजबूरी थी कि दोनों ने भी अपनी जान दे दी. इस पर रिश्तेदार कहने लगे यही तो हमें भी समझ नहीं आ रहा है.
जांच के दौरान टीम में शामिल अधिकारियों के यह पता चला कि बहू मधुमिता की प्रताड़ना से पूरा परिवार परेशान हो चुका है. डॉ सुकांतो ने एक वर्ष पूर्व भी अपनी बहू के खिलाफ नोएडा में केस दर्ज कराने का निर्णय लिया था, लेकिन वह केस दर्ज नहीं करा पाये थे. मधुमिता अपने ससुराल से अलग होने के बाद अपनी बेटी को अपने साथ रखना चाहती थी, लेकिन डॉ सुकांतो चाहते चाहते थे कि उनकी पोती उनके पास रहे. बच्चा किसके पास रहेगा, इसको लेकर मधुमिता का विवाद अपने ससुरालवालों से था.
मोमिता के पति पार्थिव शनिवार को आये थे रांची
मोमिता सरकार के पति पार्थिव सरकार शनिवार की रात भोपाल से रांची आये थे़ रिवर्सा अपार्टमेंट में सोने की जगह नहीं रहने के कारण वह डॉ एस चौधरी के थड़पखना स्थित आवास पर रुक गये थे़ पार्थिव सरकार भोपाल में बैंक ऑफ इंडिया में एचआर मैनेजर के पद पर कार्यरत है़ रविवार की रात में डॉ एस चौधरी का परिवार व डॉ सुकांतो का परिवार दुर्गा पूजा घूमने जानेवाले थे़
पांच छोटे-छोटे पुरजे में मिले हैं सुसाइड नोट
पुलिस को पांच छोटे-छोटे पुरजे में सुसाइड नोट मिले हैं, जिसमें मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर सुसाइड करने की बात लिखी हुई है़ सुसाइड नोट अपने प्रियजनों को संबोधित करते लिखा गया था.
बहू मधुमिता सरकार, उसके परिवार व एनजीओ की निदेशिका मिताली चंद्रा द्वारा धमकी, मानिसक प्रताड़ना की बात कही गयी है़ डॉ सुकांतो संयुक्त परिवार के रूप में नोयडा के सेक्टर- 61 मार्बल होम्स में रहते थे़ रसोई में होटल का खाना रखा था : रसोई में होटल का खाना रखा हुआ था़ खाने की पॉलिथीन व प्लेट पर रांची के नामी होटल का नाम लिखा है़
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