जमशेदपुर: मैट्रिक पास युवाओं के लिए रेल पुलिस बल (आरपीएफ) में बहाली का सुनहरा मौका है. 900 पदों पर आरपीएफ में बहाली के लिए मई 14 में नोटिफिकेशन जारी होगा. आरपीएफ में रिक्त पदों के अध्ययन करने के बाद बहाली की प्रक्रिया आरंभ की गयी. इसमें मैट्रिक पास, आइटीआइ व उसके समकक्ष शैक्षणिक योग्यता की न्यूनतम अहर्ता रखी गयी है. 10 फीसदी सीट महिलाओं के लिए आरक्षित की गयी है.
सात को आयेंगे रेल जीएम
दपू रेलवे के नये जीएम राधेश्याम सात फरवरी 14 को टाटानगर आयेंगे. यहां वार्षिक निरीक्षण करेंगे. इसके अलावा टाटानगर रेल कॉलोनी गोलपहाड़ी जाने का प्रोग्राम है. यहां से चक्रधरपुर जायेंगे. वहां नवनिर्मित मैकानाइज लाउंड्री का उदघाटन करेंगे. इधर, नये रेल जीएम के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर रेल प्रशासन ने आवश्यक तैयारी शुरू कर दी है.
650 असिस्टेंट लोको पायलट का होगा प्रोमोशन
चक्रधरपुर डिवीजन में 650 असिस्टेंट लोको पायलटों (सहायक ट्रेन ड्राइवर)का प्रोमोशन होगा. उन्हें सीनियर असिस्टेंट बनाया जायेगा. इसके लिए एक पैनल तैयार किया गया है. जिसमें ट्रेनिंग पूरा कर लेने वाले असिस्टेंट लोको पायलेट शामिल हैं. हालांकि डिवीजन में उक्त प्रोमोशन पाने वालों की ज्यादा वैकेंसी थी. उन्हें1900 ग्रेड पे से प्रोमोशन मिलने के बाद 2400 ग्रेड पे मिलेगा. जिसमें उन्हें नये वेतनमान के साथ अन्य सुविधाएं मिलेंगी. यह प्रोमोशन चालू वित्तीय वर्ष में मिले, इसके लिए डिवीजन कार्यालय से कागजी प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है. गौरतलब हो कि ऑल इंडिया लोको र्निग स्टॉफ एसोसिएशन (एएलआरएसए) गुड्स ट्रेन ड्राइवर, डीजल गुड्स ट्रेन ड्राइवर के अलावा सहायक ट्रेन ड्राइवर, पैसेंजर, मेल-एक्सप्रेस ट्रेन ड्राइवर के प्रोमोशन के लिए दो वर्ष से संघर्षरत था. इनमें गुड्स ट्रेन ड्राइवर, डीजल गुड्स ट्रेन ड्राइवर का प्रोमोशन हो गया है.
12 घंटे डय़ूटी नहीं करने पर अड़े ड्राइवर
12 घंटे डय़ूटी का टाटा समेत चक्रधरपुर डिवीजन में ट्रेन ड्राइवरों ने विरोध शुरू कर दिया है. 12 घंटे डय़ूटी नहीं करने पर ट्रेन ड्राइवर अड़ गये हैं. ऑल इंडिया लोको र्निग स्टॉफ एसोसिएशन ने सेफ्टी कारणों का हवाला देकर 10 घंटे ही डय़ूटी करने की घोषणा की है. एएलआरएसए टाटा ब्रांच के सचिव पारस कुमार ने कहा कि रेलवे में सेफ्टी लागू करने और दुर्घटना रोकने के लिए इसके पीछे हाइ लेवल कमेटी के आदेश का अनुपालन किया जा रहा था, लेकिन रेल प्रशासन द्वारा सेफ्टी मानक को ताक पर रखकर 1981 के पुराना सरकुर्लर (12 घंटे डय़ूटी) को लागू करने का प्रयास किया गया है, जिसका कड़ा विरोध होगा.