– बिहार के चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के केवाल जंगल के पास छोड़ा नक्सलियों ने
– देवघर एसपी का दावा पुलिस दबिश से छूटे
देवघर/जसीडीह : केके बिल्डर के अपहृत सभी सात कर्मियों को नक्सलियों ने सोमवार देर रात मुक्त कर दिया. सभी को बिहार के चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के केवाल जंगल के समीप छोड़ा. हालांकि एसपी प्रभात कुमार ने दावा किया है कि नक्सलियों ने पुलिस दबिश के कारण सभी को मुक्त किया है.
मुक्त किये जाने के बाद पुलिस सभी कर्मियों को लेकर जसीडीह थाना पहुंची. सूचना मिलते ही एसपी प्रभात कुमार भी वहां पहुंचे. कर्मियों से पहले एसपी ने पूछताछ की. इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी मीडिया को दी.
साझा अभियान चलाया (एसपी ने कहा) घटना के दिन से ही पुलिस अपहृत कर्मियों की तलाश के लिए प्रयासरत थी. जगुआर की चार सहित बिहार की चार कंपनी सीआरपीएफ, एसटीएफ को साथ लेकर जमुई पुलिस के साथ साझा अभियान चलाया जा रहा था.
अभियान में जमुई एसपी जितेंद्र राणा का भी अच्छा सहयोग मिला. रिहा कर्मियों से प्रारंभिक पूछताछ से पता चला है कि अपहरण के बाद नक्सली सभी को जंगल में अलग-अलग ठिकाना बदल कर रखते थे. भोजन समय पर देते थे, कोई यातना नहीं देते थे.
मामला लेवी से जुड़ा
उन्होंने कहा : मामला कहीं न कहीं लेवी से जुड़ा है. इसके अलावा कोई बात फिलहाल समझ में नहीं आ रही है. अब भी छानबीन जारी है. कई को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. एसपी ने कहा : घटना के लिए खुद को जिम्मेवार मानता हूं. कहीं न कहीं चूक हुई है, आनेवाले समय में ठीक करेंगे. जितने दिन फोर्स रहेगी, नक्सलियों के खिलाफ अभियान चालू रहेगा.
सोमवार को भी दोनों राज्य की पुलिस का अभियान चल ही रहा था. नक्सलियों के करीब पुलिस पहुंच चुकी थी. इसी का नतीजा है कि सफलता हाथ लगी और नक्सली मैदान छोड़ कर भागे. उन्होंने कहा : मुख्यालय से बात कर पुल निर्माण कार्य पूरा कराया जायेगा.
रिहा हुए मजदूर
– राजेश यादव, बोढ़नियां, जसीडीह
– नुनदेव यादव, सिकदारडीह जसीडीह
– अनुज कु चौधरी, जेठूटांड़, जसीडीह
– साधन पांडा, धगोड़ा, थाना इंद्रपुर जिला बांकुड़ा पश्चिम बंगाल
– निताय पादन, सोपरडीह, थाना इंद्रपुर जिला बांकुड़ा पश्चिम बंगाल
– आलोक पात्रो, खटूटो, थाना इंद्रपुर जिला बांकुड़ा पश्चिम बंगाल
– पेंतरु उरांव, लात, थाना हेरहंज जिला लातेहार
22 को अगवा किये गये थे
नक्सलियों ने 22 दिसंबर को जसीडीह के पास स्थित बढ़नियां गांव से सभी कर्मियों को अगवा किया था. कर्मी पुल निर्माण कार्य में लगे थे. जमशेदपुर की कंपनी केके बिल्डर पुल का निर्माण करा रही है.