रांची: झारखंड दिशोम पार्टी, आदिवासी छात्र संघ, आदिवासी जनपरिषद तथा अन्य संगठनों ने स्थानीयता के मुद्दे पर 30 नवंबर को झारखंड बंद का आह्वान किया है.
झारखंड दिशोम पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सालखन मुमरू ने कहा कि स्थानीयता के मुद्दे पर घोषणा के बावजूद सरकार ने पहल नहीं की है. इसलिए 30 नवंबर के बंद के लिए सरकार खुद जिम्मेदार है.
सालखन ने इस मुद्दे पर झारखंड जनाधिकार मंच, सीपीआइ माले सहित अन्य दलों व संगठनों से भी बंद में शामिल होने की अपील की है. सालखन ने कहा कि स्थानीयता विरोधी मंत्री और अफसर मिल कर टेट परीक्षाफल को गैरकानूनी तरीके से लागू करने पर आमदा हैं. टेट परीक्षाफल के कुल अंक में क्षेत्रीय भाषा के अंक को नहीं दर्शाया गया है, ताकि अनुतीर्ण को भी सफल बताया जा सके. जेडीपी जल्द ही इस मुद्दे को लेकर हाइकोर्ट जायेगी. आदिवासी जन परिषद के प्रेमशाही मुंडा एवं अभय भुंटकुंवर ने कहा कि 30 नवंबर के बंद को सफल बनाने के लिए परिषद के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे. प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि स्थानीय नीति को छोड़कर जेवीएम और आजसू का विशेष राज्य की मांग करना आदिवासी मूलवासी जनता के साथ धोखा है.