रांची: शिक्षक पात्रता परीक्षा में एससी-एसटी विद्यार्थियों का पास मार्क्स कम होगा. शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने इस आशय का निर्देश दिया है.
शिक्षक पात्रता परीक्षा में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों का पास मार्क्स 52 फीसदी है, जिसे घटा कर 40 फीसदी करने का निर्देश दिया गया है. शिक्षा मंत्री ने इस संबंध में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है.
शिक्षा मंत्री ने इस आशय का प्रस्ताव तैयार कर नियमावली में आवश्यक संशोधन की प्रक्रिया जल्द पूरा करने को कहा है. उल्लेखनीय है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए नियमावली गत वर्ष बनायी गयी थी. इस वर्ष मई में परीक्षा हुई थी. 28 मई को शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ था. कक्षा एक से पांच व छह से आठ दोनों मिला कर 65,439 विद्यार्थी परीक्षा में सफल हुए थे.
2011 में शिक्षक नियुक्ति का रिजल्ट रद्द हो चुका है
शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने के बाद बीच में नियमावली में बदलाव के कारण वर्ष 2011 में शिक्षक नियुक्ति का रिजल्ट रद्द हो चुका है. वर्ष 2011 में प्राथमिक व मध्य विद्यालय में लगभग 18 हजार सहायक व उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा ली गयी थी. नियुक्ति प्रक्रिया के बीच में नियमावली में बदलाव कर दिया गया है. परीक्षा में असफल विद्यार्थी इसके खिलाफ झारखंड हाइकोर्ट में याचिका दायर की. नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने के बाद बीच में नियमावली में बदलाव के कारण हाइकोर्ट ने परीक्षा में सफल विद्यार्थियों का रिजल्ट रिजेक्ट कर दिया. सफल विद्यार्थी सुप्रीम कोर्ट गये. सुप्रीम कोर्ट ने भी हाइकोर्ट के आदेश को बरकरार रखा.
शुरू है नियुक्ति प्रक्रिया
शिक्षक पात्रता परीक्षा में कक्षा एक से पांच तक के शिक्षक नियुक्ति के लिए सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू है. सभी जिलों में नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किये गये है. शिक्षक नियुक्ति के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15 दिसंबर निर्धारित की गयी है. कक्षा छह से आठ तक के लिए अभी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है.
क्या है वर्तमान व्यवस्था
शिक्षक पात्रता परीक्षा के वर्तमान प्रावधान के अनुरूप टेट में सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों के लिए पास मार्क्स 60 फीसदी है, जबकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति एवं विकलांग अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम 52 फीसदी अंक पास मार्क्स निर्धारित किया गया है.
क्या पड़ेगा प्रभाव
एससी-एसटी के पास मार्क्स में बदलाव करने की प्रक्रिया शुरू करने से शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में विलंब हो सकता है. पास मार्क्स कम होने के बाद पास होनेवाले विद्यार्थी का फिर से रिजल्ट जारी करना होगा. इनके लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा में का प्रमाणपत्र जारी करना होगा. पास करनेवाले विद्यार्थियों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी.