-पंकज पाठक-
रांची: वर्षों से लाखों लोगों की धार्मिक आस्था का केंद्र रहे आसाराम बापू इन दिनों विवादों में हैं. उनपर एक 16 साल की नाबालिग लड़की ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. फिलहाल आसाराम बापू जेल में हैं. उनपर जो आरोप लगाये गये हैं वे सही हैं या नहीं यह बहस का विषय हो सकता है. लेकिन सवाल यह है कि जिस आसाराम बापू को लोगों ने भगवान का अवतार समझ लिया है, अगर वह इस तरह के दुष्कृत्य करेगा, तो इतने लोगों की आस्था का क्या होगा? आस्था और विश्वास के नाम पर हमारे देश में आम लोगों के साथ कई बार धोखे हुए हैं, बावजूद इसके हम बाबाओं के जाल में फंसने से बाज नहीं आते. कहना ना होगा कि गलती इसमें हमारी भी है. आसाराम बापू एक ऐसे शख्स हैं जिनके बारे में यह कहा जाता है कि उन्होंने खाकपति से अरबपति तक का सफर तय किया है. आसाराम के न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी कई आश्रम हैं. आसाराम पहले भी विवादों में रहे हैं. उनके आश्रम में बच्चों की हत्या का मामला भी गरमाया था. इस पूरे प्रकरण पर प्रभात खबर डॉट कॉम ने कुछ लोगों से बातचीत की.
उदय शंकर झा : किसी पर आरोप एक या दो बार लग सकते हैं. लेकिन आसाराम बापू पर आरोपों की फेहरिस्त है. इतने आरोप अगर किसी पर लगते हैं तो हमें समझना चाहिए कि इन आरोपों में कुछ तो सच्चाई है. इस तरहे के बाबा अपनी संपत्ति बनाने में विशेष ध्यान देते है. ऐसे लोगों को कानून का भय नहीं होता, वे कानून का उल्लघंन कर यह समझते हैं कि वे बच निकलेंगे. अब निर्मल बाबा का उदाहरण ले लीजिए इतना कुछ होने के बाद भी उनका व्यापार जारी है. खैर आसाराम पर जिस तरह के आरोप लगे है वे सही हैं या नहीं यह कुछ दिनों में साबित हो जायेगा.
रोहित दत्त : मुझे लगता है कि इस तरह के प्रसिद्ध व्यक्ति पर हमेशा दबाव बना रहता है कि अगर वह कुछ गलत करेंगे तो पकड़े जायेंगे. वह इतने बेवकूफ नहीं हैं कि इस तरह का काम इस उम्र में करेंगे. उन पर लगे आरोप सही हैं या गलत उनका फैसला तो अदालत करेगी. अगर आरोप सही साबित होते हैं तो लोगों की भावनाओं को काफी ठेस पहुंचेगी. कहते हैं न कि एक मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है उसी पर लगे आरोप का असर अन्य संतों की छवि पर भी पड़ेगा. फिलहाल इस मामले पर कोई निर्णय लेना जल्दबाजी होगी हम कानून को अपना काम करने दें और इंतजार करे.
ज्योति : आसाराम बापू पर जिस तरह के आरोप लगे हैं, मुझे लगता है पहले तो राजनीतिक पार्टियों को उन्हें संरक्षण देने और बचाव करने से बाज आनाचाहिए. कोई भी लड़की अपनी इज्जत इस तरह बेवजह नीलाम नहीं करेगी उसके आरोप में कुछ तो सच्चाई होगी.
मधु झा : हर इंसान के अंदर भगवान होता है और अच्छा- बुरा समझने की शक्ति भी. हमें यह समझना होगा कि हमें इस तरह के बाबाओं के पास अपनी समस्या को लेकर जाने की जरूरत नहीं है. जब तक अंधविश्वास रहेगा इस तरह की समस्याएं समाज में रहेंगी है. इनकी दुकान बंद करने का एक ही रास्ता है हम जागरूक हो और इनके पाखंड को समझें. आसाराम बापू पर लगे आरोप पर कहना चाहूंगी जहां आग होती है वहीं धुआं उठता है.
आसिफ मुज्जफर : आसाराम पर लगे आरोप मुझे सही लगते हैं शुरूआती जांच में पुलिस ने भी इसकी पुष्टि की है. आसाराम झूठ बोल सकते हैं पर मेडिकल रिपोर्ट नहीं. जिस तरह हर धर्म में अंधविश्वास जडें जमा रहा है यह काफी खतरनाक हो सकता है.
ओली मिंज : आसाराम बापू पर जिस तरह के आरोप लग रहे हैं उनके स्वभाव और सत्संग के एक वीडियो जिसमें आसाराम अंग्रेज को अपना पिता बता रहे थे, उससे तो आरोप सही लगता है. अगर इस मामले में वह निर्दोष हैं तो उन्हें गिरफ्तारी से बचने के लिए इतना नाटक नहीं करना चाहिए. पिछले कुछ दशकों में धार्मिक गतिविधियां काफी बढ़ी हैं और लोगों का नैतिक स्तर काफी गिरा है. इस तरह के संतों को लगने लगा है कि धर्म की आड़ में वह सुरक्षित हैं.