डकरा: डकरा की 30 वर्षीया महिला शकुंतला देवी को इलाज के लिए मदद की जरूरत है. वह कैंसर रोग से पीड़ित है. पति ने दूसरी शादी कर अपना अलग घर बसा लिया है. शकुंतला के दो बेटे सुनील (आठ) व अनिल (छह) हैं. घर की माली हालत बेहद खराब है. दोनों बच्चे किसी तरह (जिसने जो कुछ दे दिया) घर चला रहे हैं. डकरा केजी स्कूल की शिक्षिकाओं की मदद से दोनों बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. लेकिन बीमारी के बढ़ते स्टेज के कारण शकुंतला चिंतित है. उसे समझ नहीं आ रहा है क्या करें.
क्या है मामला : मार्च 2012 में डकरा अस्पताल के चिकित्सक ने टीबी होने के शक पर उसे इटकी यक्षमा आरोग्यशाला रेफर कर दिया, लेकिन पैसे के अभाव में वह अपने घर में पड़ी रही. उस वक्त प्रभात खबर ने शकुंतला की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. खबर प्रकाशित होने के बाद विधायक बंधु तिर्की व खलारी थाना प्रभारी सतीश कुमार की पहल पर उसे इटकी भेजा गया. वहां पता चला कि उसे फोर्थ स्टेज का कैंसर है. इसके बाद उसे रिम्स रेफर किया गया, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से वह रिम्स नहीं जा पा रही है. डकरा अस्पताल से दर्द की दवा लेकर वह किसी तरह अपने दर्द को दबा रही है.
सांसद से भी मिली : एक सितबंर 2014 को प्रभात खबर ने दूसरी बार शंकुतला के दर्द को उजागर किया. एक सितंबर को स्थानीय सांसद रामटहल चौधरी डकरा आये थे. शकुंतला देवी ने श्री चौधरी से मिल कर लिखित रूप में अपनी समस्या से उन्हें अवगत कराया. सांसद ने इलाज कराने का आश्वासन दिया. खलारी प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष साबिर अंसारी, प्रदेश महिला कांग्रेस नेत्री इंदिरा देवी तुरी, भाजपा नेता व स्थानीय मुखिया रमेश विश्वकर्मा व टीएमसी नेता अब्दुल्ला अंसारी सहित कई अन्य नेता शंकुतला देवी से मिले. कुछ ने मदद भी की है, लेकिन पैसे के अभाव में शकुंतला का बेहतर इलाज नहीं हो पा रहा है.