रांची: सीबीआइ(एसीबी) ने कृष्णशीला प्रोजेक्ट प्रभारी एके सिंह सहित एचइसी के पांच अधिकारियों व एक निजी कंपनी के ठिकानों पर छापा मारा. एचइसी के अधिकारियों पर आरोप है कि गड़बड़ी कर कोलकाता की सीडीसी इंजीनियरिंग नामक कंपनी को डिजाइन बनाने का काम दिया था. इससे एचइसी को 13.07 लाख रुपये का नुकसान हुआ था. छापामारी के दौरान गड़बड़ी से संबंधित दस्तावेज जब्त किये गये हैं.
सीबीआइ ने ठेका देने में गड़बड़ी के आरोप में एचइसी के सीनियर डीजीएम सह प्रोजेक्ट प्रभारी एके सिंह, सीनियर डीजीएम फाइनांस बी तिग्गा, एडवाइजर आरके मल्लिक, जीएम फाइनांस एसके चक्रवर्ती के एचइसी परिसर स्थित आवास और कार्यालय में छापा मारा. सीडीसी कंपनी के इंजीनियर के कोलकाता स्थित ठिकानों पर भी छापा मारा गया. छापामारी में दस्तावेज जब्त किये गये. सीनियर डीजीएम एसके साहा के अनुपस्थित होने की वजह से उनके ठिकानों पर छापामारी नहीं की जा सकी. ठेका देने में हुई इस गड़बड़ी के सिलसिले में सीबीआइ ने एक प्राथमिकी दर्ज की है. इसमें पांच अधिकारियों व सीडीसी नामक कंपनी को अभियुक्त बनाया गया है.
आरोप है कि एचइसी के इन वरीय अधिकारियों ने सुनियोजित साजिश के तहत मेसर्स सीडीसी को गलत तरीके से डिजाइन का काम दिया. इन अधिकारियों ने टेंडर में हिस्सा लेनेवाली कंपनियों के टेक्निकल बिड और फाइनांशियल बिड के मूल्यांकन में गड़बड़ी की और मेसर्स सीडीडी नामक कंपनी को अधिक अंक दे कर उसे एल-वन घोषित करते हुए कार्यादेश जारी किया. कंपनी को कृष्णशीला प्रोजेक्ट का काम 87 लाख रुपये में दिया गया. सीबीआइ ने अधिकारियों के इस कारनामे की वजह से एचइसी को 13.07 लाख रुपये के नुकसान होने का आकलन किया है.