रांची: कृषि मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कृषि विभाग में घुन की तरह भ्रष्टाचार व्याप्त है. इसे झाड़ने की जरूरत है. एक-दो अधिकारियों को निलंबित करना होगा. नहीं मानने पर सेवा भी समाप्त करनी होगी. अब विभाग में भाषण से नहीं, एक्शन से काम चलेगा. वह शनिवार को होटल बीएनआर में किसान क्रेडिट कार्ड पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में बोल रहे थे.
बैंक भी चाहते हैं कि केसीसी बने, नाबार्ड भी यहीं चाहता है, विभाग भी चाहता है, फिर बन क्यों नहीं रहा है? जिम्मेदारी तो तय करनी ही होगी. राज्य सुखाड़ से उतना भयभीत नहीं है, जितना भ्रष्टाचार से. अधिकारियों को अपना आचरण सुधारना होगा. बैंक की चिंता उचित है. पैसा नहीं मिलेगा, तो देने में डरेंगे ही. बैंकों को चाहिए कि राज्य में सीडी रेसियो की दर बढ़ायें.
नाबार्ड के महाप्रबंधक ने कहा कि झारखंड में बीज विनिमय की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. यहां कोऑपरेटिव की आधारभूत संरचना भी ठीक नहीं है. इस कारण किसानों को बहुत लाभ नहीं मिल पाता. नाबार्ड ने सभी जिलों में बीज उत्पादन को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है. इसके लिए एनजीओ को प्रोत्साहित किया जा रहा है. इस मौके पर कृषि विभाग के सचिव विष्णु कुमार, कृषि निदेशक डॉ केडीपी साहू, बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक तथा आरबीआइ के महाप्रबंधक सौरव सिन्हा ने भी विचार रखे. बैठक में सभी जिलों के उप विकास आयुक्त, जिला कृषि पदाधिकारी तथा बैकों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे.