रांची: रिम्स के सीनियर छात्र नये विद्यार्थियों को अपने हिसाब से हेयर स्टाइल रखने पर विवश कर रहे हैं. विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के हेयर स्टाइल में आने के लिए कहा जा रहा है. रिम्स सूत्रों की मानें तो किसी विद्यार्थी को बाल में तेल लगा कर चिपकू करने के लिए कहा जाता है तो किसी विद्यार्थी को बाल छोटा करके आने के लिए कहा जाता है. रिम्स प्रबंधन द्वारा की गयी पूछताछ में विद्यार्थियों ने इसे स्वीकार किया है. हालांकि प्रबंधन का कहना है कि यह रैगिंग नहीं है.
हॉस्टल से निकलते ही रोके जाते हैं विद्यार्थी : रिम्स में नये सत्र के विद्यार्थियों के हॉस्टल से निकलते ही सीनियर उन्हें रोकते हैं एवं हेयर स्टाइल के बारे में निर्देश देते हैं. सूत्रों की मानें तो विद्यार्थियों को कहा जाता है कि यहां हीरो बनने की जरूरत नहीं है. सीनियर के सामने बाल को हवा में नहीं लहराओगे. बाल में तेल लगा कर उसे चिपकाओ. यह निर्देश सीनियर छात्रएं जूनियर को दे रहे हैं.
एंटी रैगिंग सेल एवं एसपी को मिली शिकायत
रिम्स के नये सत्र के दो विद्यार्थियों ने दिल्ली एंटी रैगिंग सेल को रैगिंग की शिकायत की थी. इसके बाद एंटी रैंगिंग सेल ने रिम्स को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था. इसके बाद कुछ विद्यार्थियों ने पुन: एसपी को रैगिंग होने की शिकायत की है. अब पुलिस प्रशासन ने जांच कर विद्यार्थियों को चिह्न्ति करने का निर्देश दिया है.
विद्यार्थियों ने पूछताछ में बताया है कि उन्हें सीनियर हेयर स्टाइल के बारे में निर्देश देते हैं, लेकिन यह रैगिंग नहीं है. अभी तक पूछताछ में कोई मामला रैगिंग का नहीं आया है.
डॉ एसके चौधरी, निदेशक रिम्स.