13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

विधानसभा चुनाव को लेकर बिछने लगी सियासी बिसात, अंदरखाने में चल रही भाजपा से बात!

रांची: विधानसभा चुनाव में राजनीति के कई रंग दिखेंगे. गंठबंधन को लेकर सियासी गलियारे में खिचड़ी पक रही है. बदलते घटनाक्रम के बीच भाजपा-झाविमो गंठबंधन की बात अंदरखाने में बढ़ी है. सूचना के मुताबिक भाजपा केंद्रीय नेता ने झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से संपर्क साधा है. सूत्रों के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह […]

रांची: विधानसभा चुनाव में राजनीति के कई रंग दिखेंगे. गंठबंधन को लेकर सियासी गलियारे में खिचड़ी पक रही है. बदलते घटनाक्रम के बीच भाजपा-झाविमो गंठबंधन की बात अंदरखाने में बढ़ी है.

सूचना के मुताबिक भाजपा केंद्रीय नेता ने झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से संपर्क साधा है. सूत्रों के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का संदेश लेकर एक दूत भी रांची पहुंचे थे. महाराष्ट्र से जुड़े संघ के नामचीन शख्स बाबूलाल मरांडी से बात करने आये थे. दोनों नेताओं के बीच गंठबंधन को लेकर बात हुई है. झाविमो ने पार्टी के विलय को बातचीत में सीधे खारिज किया है. मिली सूचना के मुताबिक झाविमो गंठबंधन के लिए कुछ शर्तो के साथ तैयार हो सकता है. हालांकि झाविमो और भाजपा ने इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार किया है.

प्रदेश के नेता फिलहाल बातचीत से दूर
झाविमो के साथ भाजपा की चल रही बातचीत में प्रदेश के नेताओं को दूर रखा गया है. भाजपा के शीर्ष नेता पूरे मामले को देख रहे हैं. केंद्रीय नेतृत्व गंठबंधन को लेकर पहले आश्वस्त होना चाहता है, उसके बाद ही प्रदेश को टास्क मिलेगा. प्रदेश स्तर पर नेताओं को सभी 81 सीटों के लिए टास्क दिया गया है.

सर्वे के फीडबैक पर काम कर रही है भाजपा
झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने कई स्तर पर जानकारी जुटायी है. भाजपा ने चुनाव सभी 81 विधानसभा में पार्टी सहित विरोधी दलों की स्थिति का आकलन कराया है. सर्वे के आधार पर ही झाविमो के साथ बात बढ़ी है. भाजपा मान कर चल रही है कि आने वाले चुनाव में झाविमो दहाई के आंकड़े को पार कर सकती है. ऐसे में सरकार बनाने को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. भाजपा अभी से झाविमो को अपने पाले में करके चलना चाहती है.

लोकसभा चुनाव में भी मोदी ने साधा था संपर्क : पिछले लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने झाविमो से संपर्क साधा था. नरेंद्र मोदी ने खुद बाबूलाल मरांडी से बात की थी, लेकिन तब बाबूलाल मरांडी गंठबंधन को लेकर तैयार नहीं थे. कुछ सीटों पर मामला फंस रहा था. भाजपा उन सीटों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी. लोकसभा चुनाव के बाद झाविमो को भाजपा ने विलय की शर्त रख दी थी. बाबूलाल इसके लिए तैयार नहीं थे. एक बार फिर भाजपा ने गंठबंधन की बात आगे बढ़ायी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें