रांची: शादी के बाद निशानेबाज तारा शाहदेव पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने और उसे प्रताड़ित करने के आरोप में पुलिस ने उसके पति रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन को गिरफ्तार कर लिया है. रंजीत को मंगलवार रात करीब 10 बजे दिल्ली के माहिपाल और पालम के बीच से पकड़ा गया. रंजीत के साथ उसकी मां कौशल्या रानी भी थी. पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में ले लिया है. डीजीपी राजीव कुमार ने इसकी पुष्टि की है. दोनों कार से हरियाणा की ओर से आ रहे थे. पुलिस ने कार से लैपटॉप, पैसे और कुछ दस्तावेज जब्त किये हैं.
दिल्ली पुलिस ने की मदद : झारखंड पुलिस को सूचना मिली थी कि रंजीत अपनी मां के साथ दिल्ली में है. इसके बाद पुलिस की एक टीम को दिल्ली भेजा गया था. झारखंड पुलिस ने दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की मदद से दोनों को पकड़ा. सिटी एसपी अनूप बिरथरे ने बताया, झारखंड पुलिस दोनों को बुधवार को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर रांची पहुंचेगी. रांची पहुंचने के बाद कौशल रानी और रंजीत कोहली से विस्तार से पूछताछ की जायेगी.
रंजीत सिंह कोहली और उसकी मां को माहिपाल और पालम के बीच से पकड़ा गया है. दोनों गाड़ी से हरियाणा की ओर से आ रहे थे. पुलिस उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लेकर बुधवार को रांची पहुंचेगी. – अनूप बिरथरे (सिटी एसपी, रांची)
सारे इंतजाम कर सामने आ रहा रंजीत : तारा
इधर, एक टीवी चैनल से बातचीत में तारा शाहदेव ने आरोप लगाया है कि सारे साक्ष्य मिटाने के बाद रंजीत सुनियोजित तरीके से सामने आया है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया है, बल्कि वह खुद गिरफ्तार हुआ है. वह कानून के साथ खेलता है, उसकी पहुंच काफी ऊपर तक है. उसने पहले मीडिया से बात की. इसके बाद खुद ही गिरफ्तार हो गया.
आज रांची लेकर आयेगी पुलिस
मां कौशल्या रानी भी थी साथ
कार में सवार थे दोनों, लैपटॉप पैसे और दस्तावेज जब्त
मोबाइल लोकेशन के आधार पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की मदद से हुआ गिरफ्तार
कैसे हुआ गिरफ्तार : रंजीत के दिल्ली में होने की सूचना पर एसएसपी व सिटी एसपी के निर्देश पर लालपुर थानेदार शैलेश कुमार व सुखदेवनगर थानेदार रंधीर सिंह को दिल्ली भेजा गया. झारखंड पुलिस को सूचना थी कि रंजीत एक होटल में रुका है. टीम को दिल्ली पहुंचते ही सूचना मिली कि रंजीत होटल से निकल चुका है. वह होटल के एक वेटर के घर पर रुका है. इसके बाद झारखंड पुलिस, दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के अधिकारियों के साथ वेटर के घर पहुंची. पर रंजीत यहां से भी भाग चुका था. पुलिस के पास रंजीत का मोबाइल नंबर था. बाद में इसे सर्विलांस पर लगाया गया. इसके बाद पुलिस को सूचना मिली कि रंजीत हरियाणा की ओर से आ रहा है. उसके मोबाइल का लोकेशन माहिपाल व पालम के बीच का मिला. दिल्ली पुलिस के साथ विशेष अभियान चला कर झारखंड पुलिस ने रंजीत को गिरफ्तार कर लिया.
नेशनल शूटर तारा शाहदेव ने प्रभात खबर को बतायी अपनी पीड़ा
निशानेबाज तारा शाहदेव ने अपने पति रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं. उसने बताया है कि रंजीत के फ्लैट में कई लड़कियां आती थी. कई अधिकारी भी रंजीत के पास आते थे. पुलिस के अधिकारी भी सिविल ड्रेस में आते थे. रंजीत अक्सर बड़े लोगों को बिना सुरक्षा के स्टेशन रोड स्थित एक होटल के कमरा नंबर 307 में भेजता था. उन लोगों से कहता था, आपने मेरा काम कर दिया, होटल के कमरा नंबर 307 में चले जाइए, जो चाहिए बोलिए. तारा ने अपनी प्रताड़ना पर कहा कि धर्म परिवर्तन के नाम पर शादी के दूसरे दिन से ही मुझ पर अत्याचार शुरू हो गया था. तारा 19 अगस्त को पुलिस की मदद से रंजीत के घर से आजाद हुई. 42 दिन तक प्रताड़ना ङोलने के बाद तारा खुद को सितंबर में होनेवाली शूटिंग प्रतियोगिता के लिए तैयार करने की कोशिश कर रही है. तारा ने सभी मुद्दों पर प्रभात खबर से लंबी बातचीत की. इसे हम प्रकाशित कर रहे हैं.
बड़े लोगों से कहता था रंजीत उर्फ रकीबुल
आपने मेरा काम किया, होटल के कमरा नं 307 में चले जाइए
रांची: तारा शाहदेव का आरोप है कि रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन के फ्लैट में कई लड़कियां आती थी. रंजीत उन पर पैसे उड़ाता था. उन्हें नकद के अलावा गिफ्ट भी देता था. उसने एक लड़की का तो संत जेवियर कॉलेज में एडमिशन भी कराया था. बातचीत के दौरान तारा ने बताया : मैं किसी लड़की से बात करने की कोशिश करती थी, तो वह मना कर देता था. लड़कियों को कार से लेकर निकल जाता था. लड़कियां अंबिकापुर से आती थी. शहर के हॉस्टल की लड़कियों को भी रंजीत बुलाता था. उसने लड़कियों का चेन बना रखा था.
तारा बताती है, कई अधिकारी रंजीत के पास आते थे. पुलिस के अधिकारी सिविल ड्रेस में आते थे. वह किसी को आइजी बताता था, तो किसी को डीआइजी. तारा का कहना है कि जज भी रंजीत के पास आते थे. मैं उन्हें देख नहीं पाती, क्योंकि मुङो बंद करके रखा जाता था. जिन्हें मैं जानती हूं, उनमें मंत्री हाजी हुसैन अंसारी और सुरेश पासवान हैं. रंजीत हमेशा कोर्ट के मामलों को मैनेज करने की बात करता था.
सुरेश पासवान का हाइकोर्ट में केस चल रहा है.
एक दिन रंजीत किसी से कह रहा था कि इस मामले की फाइल सुबह तक जज साहब के टेबुल पर होनी चाहिए. इसके अलावा रंजीत किसी को सरकार कह कर बात करता था.
बातचीत के दौरान तारा कई बार भावुक हो गयी. आंखें भर आयी. उसने बताया, रात में रंजीत कई लोगों को फोन करता था. उनसे कहता कि आपने मेरा काम कर दिया है. आपके लिए इंतजाम कर दिया है. बिना बत्ती और बिना बॉडीगार्ड लिये उस होटल (स्टेशन रोड के पास) के कमरा नंबर 307 में चले जाइये. रंजीत हमेशा ऐसे लोगों से कहता था कि आप अपने और दोस्तों को भी बुला सकते हैं. आपने मेरा काम कराया है, जो चाहिए बोलिए. तारा ने बताया : होटल का कमरा नंबर 307 रंजीत के नाम पर बुक रहता था. (हालांकि होटल के मैनेजर ने कमरा बुक रहने की बात से इनकार किया है, लेकिन यह स्वीकार किया कि रंजीत कोहली उसके रेस्टोरेंट में लगातार खाना खाने आता था. उसके साथ कुछ लोग होते थे, जिन्हें कमरे में ले जाकर खाना खिलाया जाता था.)
रंजीत के कारनामों का जिक्र करती हुई तारा बताती है, उसके पास बैग में भर कर रुपये आते थे, जिसे उसकी मां रखती थी. बाद में इन रुपयों को लिफाफा में भर कर बाहर भेजा जाता था. रंजीत के फ्लैट में ही फोटो स्टेट की तीन मशीन रखी हुई थी. 10 लैपटॉप रहता था. वह कई आइपैड और छह-सात बड़े स्क्रीन के फोन रखता था. उसके पास हथियार भी रहता था. वह पिस्तौल लेकर चलता था. मुङो पिस्तौल दिखाता और कहता कि उसके संपर्क बड़े लोगों से हैं. मायके में एके-47 रखवा देंगे, पूरा परिवार जेल चला जायेगा.
रंजीत से पहली मुलाकात का जिक्र करती हुई तारा ने बताया : वह सात जून 2014 की तारीख थी. कोर्ट के रजिस्ट्रार मुस्ताक अहमद, डीएसपी सुरजीत और धनबाद के एक पुलिस अधिकारी के साथ रंजीत खेलगांव स्थित शूटिंग स्टेडियम में अपने नाम का रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचा था. उसी दिन फॉर्म भरने के दौरान रंजीत से मुलाकात हुई.
अपनी शादी का जिक्र करे हुए तारा के आखों में आंसू आ जाते हैं. वह लव मैरेज से इनकार करती है. कहती है, हमारी शादी लव मैरेज नहीं थी. मुस्ताक अहमद ने ही रंजीत के साथ शादी करने की बात रखी थी. मेरे परिवार को बताया गया था कि रंजीत के पिता की मौत हो चुकी है. घर में सिर्फ बूढ़ी मां है. वह बीमार रहती है. हालांकि मैं 2016 तक शादी करना नहीं चाहती थी, लेकिन हालात कुछ ऐसे बने की शादी तय हो गयी. इंगेजमेंट के बाद रंजीत ने जल्द शादी करने की बात कही. मां की तबीयत खराब होने की बात बतायी. कहा कि मां के जिंदा रहते शादी हो जाती, तो अच्छा रहता. इसके बाद सात जुलाई को होटल रेडिशन ब्लू में शादी हुई.
तारा आगे बताती है, शादी करने के बाद जब मैं रंजीत के ब्लेयर अपार्टमेंट स्थित फ्लैट में पहुंची, तब उसने मुङो दूसरे धर्म के बारे में बताया. पहली बार यह कहा कि वह इस धर्म का सम्मान करता है. इसलिए मुङो भी धर्म बदलना पड़ेगा. निकाह करना होगा. तभी आप मेरी नजर में मेरी पत्नी बन पायेंगी.
इसके बाद नौ जुलाई को घर पर कुछ लोग आये. सभी को मुस्ताक अहमद लेकर आये थे. इसके बाद निकाह पढ़ाया गया. निकाह के बाद रंजीत ने मुङो तोहफे के रूप में दूसरे धर्म की पुस्तकें दी. मैंने यह सोच कर सब स्वीकार कर लिया कि अगर कोई दूसरे धर्म का सम्मान करता है, तो इसमें मुङो क्या नुकसान होगा. रंजीत हमेशा कहता था कि वह जयपुर शिफ्ट करनेवाला है. जयपुर के वैशालीनगर में उसने फ्लैट खरीद रहा है. मेरे परिवार के लोगों ने इसकी जांच करायी थी. पता चला था कि रंजीत वहां फ्लैट ले रहा है. उस वक्त कहीं से भी यह पता नहीं चला था कि रंजीत हिंदू नहीं है.
तारा बताती है, इसके बाद तो जैसे मेरी जिंदगी नर्क में बदल गयी. निकाह के बाद रंजीत ने मुङो बताया कि अब आपका नाम तारा के बदले सारा होगा. आप दूसरे धर्म की सभी धार्मिक काम करेंगी. मैंने इसका विरोध किया, उससे कहा कि मेरा नाम तारा है और तारा ही रहेगा. मैं अपने धर्म का पर्व-त्योहार करूंगी. इसके बाद शुरू हुआ मेरे साथ प्रताड़ना का दौर. मेरे साथ मारपीट की जाने लगी. मुङो मुस्ताक अहमद के यहां इफ्तार पार्टी में भी ले जाया गया. वहां पर कई औरतों ने मुझ पर धर्म बदलने का दबाव डाला. इनकार करने पर रंजीत मुङो घसीट कर फ्लैट ले आया और मेरे साथ मारपीट की.
तारा अपने साथ हुए प्रताड़ना की कहानी भी सुनाती है. कहती है, रंजीत सिगरेट पीकर मेरे मुंह पर धुआं फेंकता था. इससे मुङो सांस लेने में तकलीफ होती थी. जब मैं भाग कर सास के पास जाती थी, तब वह बीड़ी पीकर धुआं मेरे चेहरे पर फेंकती थी. धर्म बदलने के लिए मुझ पर लगातार दबाव बनाया जाता रहा. मुङो मजबूर किया जाता रहा. डराया जाता रहा. मारपीट के दौरान रंजीत कभी मेरे चेहरे पर वार नहीं करता था. कहता था, इसी चेहरे की कीमत तो मिलेगी.
वह अपने प्रताड़ना की कहानी आगे बताती है, कहती है, रंजीत ने मेरा पासपोर्ट अपने कब्जे में कर लिया था. उसके साथ सिंगापुर का वीजा भी था. उसने धमकी दी थी कि नवंबर तक मान जाओ, नहीं तो देखना कि तुम्हें कहां पहुंचा देंगे. तुम्हें अरब देश में बेच दूंगा. पता नहीं धर्म बदलने के बाद भी वह मेरे साथ बेहतर सलूक करता या मुङो गुलाम बना कर अपनी मरजी का करवाता.
तारा कहती है, मुङो एक आदमी ने बताया है कि शादी के दिन एक महिला होटल में आ गयी थी. उसे देख कर रंजीत की मां ने कहा था कि यह कैसे आ गयी. उसे पैसे देकर वहां से हटाया गया था. तारा ने पुलिस पर भी आरोप लगाये हैं, कहा : मैं पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं. पुलिस ने रंजीत को भागने का मौका दिया. मैंने रंजीत का फोन नंबर पुलिस को दिया था, पर उस पर काम नहीं किया गया. रंजीत साक्ष्य मिटाने में लगा है. पर तारा हिम्मत नहीं हारती, कहती है, रंजीत को सजा दिलवाऊंगी. कैरियर को आगे बढ़ाऊंगी. 18, 19 व 20 सितंबर को रांची में शूटिंग प्रतियोगिता है. पिटाई से मेरे कमर में दर्द है, इसे ठीक होने में समय लगेगा. अगर मैं 15 सितंबर तक भी ठीक हो गयी, तो प्रतियोगिता में जरूर हिस्सा लूंगी.
क्या-क्या बताया तारा ने
फ्लैट में आती थी लड़कियां
शहर के हॉस्टल से और अंबिकापुर से बुलाता था
कई अधिकारी भी आते थे
रंजीत के पास
पुलिस के अधिकारी सिविल ड्रेस में आते थे, रंजीत आइजी और डीआइजी बताता था
सिर्फ मंत्री हाजी हुसैन अंसारी व सुरेश पासवान को जानती हूं
स्टेशन रोड के होटल में कमरा नं 307 हमेशा बुक रहता था
शादी के बारे में बताया
रंजीत के साथ लव मैरेज नहीं की
कोर्ट के रजिस्ट्रार मुस्ताक अहमद लेकर आये थे रिश्ता
2016 से पूर्व शादी नहीं करना चाहती थी
प्रताड़ना को लेकर कहा
दूसरे दिन निकाह करने का दबाव डाला
मुस्ताक अहमद लेकर आये थे कुछ लोगों को, निकाह पढ़वाया था
धर्म परिवर्तन के नाम पर मारपीट की
सिगरेट पीकर मुंह पर धुएं फेंकता था
सास बीड़ी पीकर धुआं फेंकती थी