रांची: एचइसी के पास डंपर और डोजर बनाने की भी क्षमता है. निविदा निकलने पर कंपनी इसमें शामिल होगी. मालूम हो कि पूर्व में भारी उद्योग मंत्रलय की पहल पर बेलारूस की कंपनी बेलॉज के साथ एचइसी ने एमओयू किया था. अधिकारियों के अनुसार दोनों कंपनियों के बीच तय हुआ था कि उत्पादन शुरू करने के पूर्व इसकी मार्केटिंग की जायेगी. शुरू में बेलॉज एचइसी को इसके पार्टस् और तकनीक देगा. एसेंबलिंग एचइसी में ही होगी.
डंपर और डोजर के निर्माण के लिए निकलने वाले ग्लोबल टेंडर में दोनों कंपनियां संयुक्त टेंडर डालेंगी. इसके अलावा माइनिंग सेक्टर के अन्य काम भी दोनों कंपनियां संयुक्त रूप से करेंगी. अधिकारियों के अनुसार डोजर और डंपर की मांग बढ़ी है. इसके अलावा कई बड़े उपकरणों की भी मांग बढ़ रही है. वहीं एचइसी के पास फिलवक्त 1520 करोड़ का कार्यादेश है. जिसे समय पर पूरा करना एचइसी के लिए चुनौती है. अधिकारी ने बताया कि जल्द ही एनआइएल पांच ड्रैग लाइन की निविदा निकालने वाली है.
अवैध तरीके से आवास आवंटन कराने वालों पर कार्रवाई शुरू
एचइसी प्रबंधन ने आवासीय परिसर में अवैध तरीके से आवास आवंटन कराने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रबंधन द्वारा आवास संख्या ए टाइप 256 सेक्टर चार में रहने वाले रामनाथ सिंह को नोटिस भेज कर खाली करने को कहा गया है. जानकारी के अनुसर दाउत उरांव के देहांत के बाद उनकी पत्नी के नाम से ए टाइप 256 सेक्टर फोर का आवंटन किया गया था. मृतक की पत्नी जब अपने पति के बकाये के लिए मुख्यालय पहुंची तो पता चला कि आवास पर किराया मद में बकाया है और अवैध निर्माण भी किया गया है. क्वार्टर पहुंचने पर पता चला कि रामनाथ सिंह उस आवास में रहते हैं. इसके बाद प्रबंधन ने आवास खाली करने का नोटिस दिया.