रांची: प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी बीके हरि प्रसाद ने प्रदेश के नेताओं का गिला-शिकवा दूर करने के लिए प्रदेश नेतृत्व से नाराज चल रहे नेताओं को एक मंच पर लाने का प्रयास किया. प्रदेश अध्यक्ष के साथ विवाद को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि अध्यक्ष का फैसला आला कमान को करना है. इस बैठक में इस एजेंडे पर बात न हो.
उधर बैठक में पहुंचे नेताओं ने शिकायतों का पिटारा खोला. प्रदेश के आला नेताओं ने प्रदेश से जिला कमेटी तक में फेरबदल का दबाव बनाया. प्रदेश नेताओं के साथ इस पर सहमति भी बनी. जल्द से जल्द प्रदेश कमेटी में फेरबदल किया जायेगा. प्रदेश कमेटी से लेकर जिला तक में विक्षुब्ध नेताओं के खेमे के लोग भी शामिल किये जा सकते हैं. विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर बैठक में प्रभारी ने नेताओं को टास्क भी दिये. नेताओं को अपने क्षेत्र में जुटने को कहा. जुलाई के पहले सप्ताह में पार्टी चुनावी अभियान की शुरुआत भी करेगी. जन संवाद कार्यक्रम में नेताओं को लगने के लिए कहा गया है.
मिल कर मुकाबला करेंगे
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा कि बैठक में सकारात्मक विचार आये. सभी ने सुझाव दिये. विधानसभा चुनाव को लेकर बातें हुईं. चुनाव नजदीक है, हम कितनी मजबूती से लड़ें, इस पर बात हुई. समय कम है, हमें मिल कर चुनाव लड़ना है. व्यर्थ का समय नहीं गुजारना है. इसके साथ ही सरकार के कामकाज को लेकर भी चर्चा हुई. सरकार कैसे बेहतर काम करे, इसको लेकर सभी चिंतित थे.
बैठक में ये थे शामिल
सुखदेव भगत, मन्नान मल्लिक, प्रदीप बलमुचु, धीरज साहू, सुबोधकांत सहाय, फुरकान अंसारी, डॉ रामेश्वर उरांव, मनोज यादव, अशोक चौधरी, केएन झा, गुलफाम मुजीबी, अनादि ब्रह्ना, मंजूर अहमद अंसारी
विरोध गलत नहीं : बलमुचु
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बलमुचु ने कहा कि बैठक में चुनाव को लेकर बातें हुईं. यह पूछे जाने पर कि चुनाव किसके नेतृत्व में होगा, श्री बलमुचु ने कहा कि यह आला कमान को तय करना है. नाराजगी के सवाल पर बलमुचु ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में विरोध गलत नहीं है.
संताल परगना में रिजनल कमेटी बने : फुरकान
पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कहा कि संताल परगना में रिजनल कमेटी बननी चाहिए. किसी भी जिलाध्यक्ष को बेवजह नहीं हटाया जाना चाहिए. हमें एक महीने का एजेंडा भी दिया गया है.
सकारात्मक बात हुई : सुबोध
पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय ने कहा कि चिंतन शिविर में जो बातें हुई, उसी दिशा में आज की बैठक आयोजित की गयी थी.आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव की चुनौती है. एक साथ मिल कर सभी को संगठन मजबूत करना है. सरकार से काम करवाना है.