रांची/धनबाद: झाविमो के नेता और बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो ने कहा है कि वह गरीब व दलितों के लिए आवाज उठाते रहेंगे. इसके लिए वह सौ बार जेल जाने को तैयार हैं.
विधायक ने कहा: उन्हें राजनीतिक साजिश का शिकार बनाया गया, लेकिन कोर्ट पर भरोसा था. 11 माह बाद जेल से निकलने के बाद ढुल्लू सोमवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. विधायक ढुल्लू महतो ने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि राज्य के एक मंत्री व उनके पुत्र कोयला चोरी समेत अन्य अवैध कारोबार में शामिल हैं. उनके कारनामे जगजाहिर हैं.
उन्होंने कहा कि झारखंड में मंत्री व पुत्र पर कार्रवाई नहीं हो रही है, लेकिन गरीब का बेटा विधायक बन गया, तो साजिश कर 11 माह तक जेल में रख दिया गया. जिस आरोप में वह जेल में रहे, उसी मामले में कई राजनेता एक सप्ताह या एक पखवारे में जेल से बाहर निकल जाते हैं. विधायक ने कहा कि मैं जेवीएम में हूं और रहूंगा. भाजपा में जाने की बात अफवाह है. इससे पहले जेल से निकलते ही बड़ी संख्या में समर्थकों ने उनका स्वागत किया. मौके पर जुलूस भी निकाला गया.
वारंटी को छुड़ाने के मामले में गये थे जेल
रंगदारी के मामले में नामजद राजेश गुप्ता के खिलाफ 12 मई, 2013 को कोर्ट से वारंट निकला था. गिरफ्तारी वारंट को लेकर बरोरा के तत्कालीन थाना प्रभारी राम नारायण चौधरी राजेश गुप्ता को निचितपुर स्थित उसके आवास से गिरफ्तार कर ले जाने लगे. पुलिस का आरोप है कि विधायक ढुल्लू महतो अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और पुलिस कस्टडी से राजेश गुप्ता को जबरन छुड़ा ले गये. इस घटना को लेकर कतरास थाना कांड संख्या 120/13 दर्ज हुआ. इसमें पुलिस कस्टडी से राजेश गुप्ता को जबरन छुड़ाने को लेकर विधायक ढुल्लू महतो, राजेश गुप्ता, गंगा साव, बसंत शर्मा, रामेश्वर महतो व चुनचुन गुप्ता समेत अन्य को नामजद बनाया गया. ढुल्लू ने नौ जुलाई, 2013 को न्यायालय में सरेंडर किया. तब से वह जेल में ही थे.