रांची : निगरानी ब्यूरो राज्य के कोयला प्रक्षेत्र में हो रही कोयला तस्करी मामले में एसपी रैंक के पुलिस अधिकारियों से लेकर दारोगा तक की संपत्ति की जांच करायेगा. पुलिस अफसरों के पारिवारिक सदस्यों की संपत्ति की भी जांच होगी. फिलहाल हजारीबाग व बोकारो जिले में 2011 से 2013 के बीच पदस्थापित एसपी रैंक के अधिकारी और इन दोनों जिलों के चार थानों में काम कर चुके थानेदारों को जांच के दायरे में रखा गया है.
निगरानी के डीएसपी बीबी तिर्की के इससे संबंधित प्रस्ताव पर निगरानी एसपी राजकुमार लकड़ा ने सहमति दे दी है. इससे संबंधित फाइल निगरानी एडीजी नीरज सिन्हा को भेजी गयी है. निगरानी के अफसरों ने इसकी आधिकारिक पुष्टि की है.
नौ मई को हुआ था मामला दर्ज : कोयला तस्करी को लेकर मुख्यमंत्री को एक पत्र मिला था. इसमें कहा गया था कि जनवरी 2013 में हजारीबाग के तत्कालीन आइजी ने टाटी झरिया में छापेमारी की. वहां से तीन कोयला कारोबारियों को गिरफ्तार किया. नौ ट्रक कोयले व दो बोलेरो गाड़ी जब्त की गयी. कोयला कारोबारियों को संरक्षण देने के आरोप में विष्णुगढ़ व मुफस्सिल थानेदार निलंबित भी हुए.
पत्र में दो सीनियर व एक रिटायर्ड आइपीएस व उनके रीडर के अलावा एक कोयला कारोबारी का नाम था. सीएम ने मामले की निगरानी जांच का आदेश दिया था. इसके बाद निगरानी ने नौ मई को जांच के लिए मामला दर्ज किया था. फिलहाल किसी अधिकारी या कोयला कारोबारी को नामजद नहीं बनाया गया है.