रांची/ नामकुम: निगरानी ब्यूरो की टीम ने बुधवार को नामकुम से मोबाइल इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह और उनके मुंशी अक्षय बनर्जी को घूस लेते पकड़ा है. दोनों ने ट्रक छोड़ने के बदले उसके चालक योगेंद्र यादव से छह हजार रुपये ली थी.
दोनों की गिरफ्तारी के बाद निगरानी एडीजी नीरज सिन्हा के निर्देश पर निगरानी डीएसपी ने जोरार स्थित आशाद्वीप अपार्टमेंट के समीप स्थित प्रमोद कुमार के आवास पर छापामारी की. निगरानी ने उनके आवास से 11 लाख चार हजार तीस रुपये बरामद किये हैं. इनमें आठ लाख 82 हजार रुपये बैग में रखे थे. रुपयों को अलग-अलग बंडल बना कर रखा गया था. बंडल के ऊपर रसीद भी मिली है. रसीद में कई लोगों के नाम लिखे हैं. निगरानी यह पता लगा रही है कि जिनका नाम लिखा गया है, उन्हें रुपये देने थे या उनसे वसूले गये थे. छापेमारी में निगरानी को प्रमोद कुमार के कमरे से 40 से अधिक रसीद मिले हैं.
कैसे हुई गिरफ्तारी : निगरानी एसपी विपुल शुक्ला ने बताया, ट्रक चालक योगेंद्र यादव छत्तीसगढ़ से धान लेकर गुमला होते हुए कटहल मोड़ पहुंचा था. यहां ट्रांसपोर्ट ऑफिसर ने जांच के लिए ट्रक रोक लिया. ट्रांसपोर्ट ऑफिसर ने योगेंद्र यादव को बताया कि ट्रक में लोड माल की ऊंचाई चार इंच अधिक है. इसके बाद योगेंद्र यादव से गाड़ी का पेपर लेकर उसके एक रसीद दी गयी. रसीद पर दो मोबाइल नंबर लिखे थे. संपर्क करने पर मोबाइल इंस्पेक्टर ने फोन उठाया और उसे सात हजार रुपये लेकर नामकुम पहुंचने को कहा. इस पर चालक योगेंद्र यादव ने कहा कि ट्रक ओवर लोडेड नहीं है और पेपर भी सही है. इस पर मोबाइल इंस्पेक्टर ने कहा कि बिना पैसे के ट्रक नहीं छोड़ा जायेगा. इसके बाद योगेंद्र पैसों का इंतजाम करने के बहाने निगरानी ब्यूरो पहुंचा. पूरे मामले की जानकारी निगरानी के अधिकारियों को दी. इसके बाद निगरानी ने टीम बना कर मोबाइल इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
चार अन्य ट्रक चालक को बुला कर रखा था रुपये के लिए
जानकारी के अनुसार निगरानी की टीम जब नामकुम पहुंची, तब पहले से चार ट्रक चालक जोरार स्थित प्रमोद कुमार सिंह के आवास के बाहर खड़े थे. सभी को रुपये देने के लिए ही बुलाया गया था. लेकिन किसी से रुपये वसूले नहीं गये थे. निगरानी के अधिकारियों के अनुसार चारों ट्रक चालकों को गवाह बनाया जायेगा.