नोवामुंडी : नोवामुंडी के टटराहाटिंग के शफीक उर्फ लीलू की 13 वर्षीय बेटी आसिफा तथा पांच वर्षीय बेटे फैजान रहस्यमय बीमारी की चपेट में है. दोनों की जिंदगी पर खतरा मंडरा रहा है. दोनो बच्चों में लगातार पेट फूलने, पेशाब काला होने व ज्वाइंडिस की शिकायत हो रही है. चाईबासा तथा जमशेदपुर के कई अस्पताल में इलाज कराने के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा.
परिजनों का कहना है कि इलाज काफी महंगा है और हम गरीब हैं. इस कारण आगे इलाज सुचारु रख पाने में वे असक्षम हैं. माता-पिता ने समाज व सरकार से मदद की गुहार लगायी है. इसी तरह की बीमारी की चपेट में आकर महज छह माह के अंतराल में शफीक उर्फ लीलू की 12 वर्षीय पुत्री परवीन, 16 वर्षीय पुत्री फरीन तथा 10 वर्षीय पुत्र आरिफ की मौत हो चुकी है. बच्चों में यह बीमारी अनुवांशिकी है.
गरीब मजदूर बाप ने की मदद की गुहार
मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण कर रहे शफीक उर्फ लीलू ने समाज व सरकार से मदद की गुहार लगायी है. शफीक का कहना है कि एक बार में खून बदलने में 15 हजार रुपये का खर्च आता है. जिसे वहन करना अब उसके वश में नहीं रह गया है. सरकार और समाज से मदद मिल जायेगी तो मेरे बच्चों की जान बच जायेगी.