रांची/ चाईबासा: पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने कहा है कि झारखंड पुलिस राज्य के हर जिले के एक गांव को गोद लेगी. गोद लिये गये गांव के संपूर्ण विकास में पुलिस अहम भूमिका निभायेगी. डीजीपी ने सारंडा के गांवों के विकास के लिये और भी बेहतर तरीके से सिविक एक्शन प्लान चलाने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इन गांवों में रहने वाले लोगों की माली हालत में सुधार लाने के लिए जरूरी कदम उठाने की जरूरत है. डीजीपी बुधवार को सारंडा में ऑपरेशन ‘अमन’ में भाग लेकर लौटते समय चाईबासा हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बात कर रहे थे.
सारंडा के ग्रामीण अब डरे हुए नहीं हैं
डीजीपी ने कहा कि सारंडा के लोग अब डरे हुए नहीं हैं. पुलिस की मौजूदगी के कारण रात में अब वे खौफजदा नहीं होते. उन्होंने कहा : हमने ग्रामीणों के साथ वॉलीबॉल खेला. उनसे विभिन्न पहलुओं पर बातचीत की. उनके अनुभव को सुना. हमारा दायित्व नक्सली गतिविधि पर अंकुश लगाना है, जिसमें अब तक हम सफल रहे हैं. नक्सलियों की पकड़ फिर से सारंडा में न हो, इसके लिये विशेष प्रयास किये जा रहे हैं.
ऑपरेशन के दौरान मिला केन बम
डीजीपी ने कहा कि क्षेत्र में अमन फैलाने के मकसद से ‘अमन’ अभियान शुरू किया गया है. इस अभियान के दौरान एक लैंड माइंस बरामद किया गया.
लगाया जनता दरबार, परचे बांटे
बुधवार की सुबह डीजीपी राजीव कुमार ने चाईबासा के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के रिकूचुट गांव में जनता दरबार का आयोजन किया. जनता दरबार में गांव के लोग शामिल हुए. जनता दरबार में डीजीपी ने बच्चों को पेन, पेंसिल, कॉपी, चॉकलेट, स्कूल बैग, बुजुर्गो को छाता व धोती और महिलाओं को छाता का वितरण किया. डीजीपी ने नक्सलियों के विरुद्ध परचे भी बांटे. इसमें बताया गया है कि नक्सली आम लोगों और महिलाओं का शोषण करते हैं. डीजीपी ने सामूहिक भोज में भी हिस्सा लिया.