रांचीः कांग्रेस की विस्तारित कार्यसमिति की बैठक में रविवार को जम कर हंगामा हुआ. लोकसभा चुनाव और राजनीतिक परिस्थिति की समीक्षा करने बैठे कांग्रेसी आपस में ही उलझ गये. कार्यसमिति की बैठक में संगठन विरोधी बयान देने के मामले में रोशन लाल भाटिया को हटाये जाने के मुद्दे पर गरमा-गरमी हुई. कार्यसमिति की बैठक में कुछ लोगों का कहना था कि रोशन लाल भाटिया पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए.
डॉ गुलफाम मुजिबी का कहना था कि शो-काउज पूछा गया है. प्रक्रिया के तहत कार्रवाई होती है. इस पर प्रदीप तुलस्यान ने टोकते हुए कहा कि आप तो उनके मित्र हैं. इसके बाद डॉ मुजिबी भड़क गये. प्रदीप तुलस्यान से कहा कि आप मत बोलिए, आप तो जनसंघी हैं. इसके बाद नौबत धक्का-मुक्की तक आ गयी. कांग्रेस नेता सुनील सिंह, ज्योति सिंह मथारू, लाल किशोरनाथ शाहदेव, अजय राय, राजेश ठाकुर सहित कई नेता डॉ मुजिबी से उलझ गये. डॉ मुजीबी से अपनी बात वापस लेने को कहने लगे. हो-हुज्जत होने लगा. इस बीच अध्यक्ष सुखदेव भगत नेताओं से शांत होने का आग्रह कर रहे थे, लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं था. मामला बढ़ते देख आलोक दुबे दौड़े. आलोक दुबे प्रदीप तुलस्यान को कमरे बाहर ले कर निकल गये. अनादि ब्रrा, चंचल चटर्जी, राजेश कुमार गुप्ता, विनय सिन्हा दीपू सहित दूसरे नेताओं ने भी हस्तक्षेप किया. मंत्री गीता श्री उरांव ने बैठक में कहा कि अनुशासन की बात करने वाले ही अनुशासन तोड़ते हैं. इस तरह की घटना दु:खद है. इधर बैठक में झामुमो के साथ गंठबंधन और सरकार के कामकाज पर भी सवाल उठे. कई नेताओं ने झामुमो के साथ गंठबंधन को खारिज किया. वहीं सरकार के काम से नाराजगी जतायी. सरकार से समर्थन वापसी तक की बात उठी.
फुरकान अंसारी और आलोक दुबे उलङो
बैठक में पूर्व सांसद फुरकान अंसारी और महासचिव आलोक कुमार दुबे भी उलङो. आलोक दुबे का कहना था कि छोटे नेताओं पर कार्रवाई होती है, लेकिन बड़े नेताओं पर कार्रवाई नहीं होती. बड़े नेताओं के कारण ही संगठन कमजोर हुआ. फुरकान अंसारी ने अध्यक्ष के खिलाफ बयानबाजी करते हुए नवसिखिया कहा था. इस पर फुरकान अंसारी श्री दुबे पर बरस गये. फुरकान ने कहा कि अब आप से सीखने की जरूरत नहीं है. आपके जैसे नेता हमें सिखायेंगे. इस पर आलोक दुबे ने कहा कि हम लाठी-डंडा खाकर नेता बने हैं. आपसे कम पुराने नहीं हैं. एनएसयूआइ से राजनीति शुरू की है.
अब साइमन को हटाये हेमंत : महासचिव
कांग्रेस के महासचिव ने कहा कि ददई दुबे के मामले में झामुमो ने हाय-तौबा मचायी थी. अब साइमन मरांडी सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं. हेमंत सोरेन अब साइमन को हटायें. साइमन मरांडी ने यूपीए का विरोध किया है. इस सरकार से कांग्रेस को कोई फायदा नहीं है. साइमन मरांडी को तत्काल हटाया जाना चाहिए.
नहीं आये कई मंत्री-विधायक
विस्तारित कार्यसमिति की बैठक में सरकार में शामिल कई मंत्री , विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता नहीं आये. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह, गीता श्री उरांव, विधायक बन्ना गुप्ता, राजेश रंजन, डॉ गुलफाम मुजीबी, ओपी लाल, डॉ शैलेश सिन्हा, राजेश शुक्ला, आलोक कुमार दुबे, आभा सिन्हा, उदय शंकर ओझा, भानु प्रताप सिंह, राजेश कुमार गुप्ता, शमशेर आलम, मतलूब इमाम, मदन मोहन शर्मा, शशिभूषण राय, मो मतिन, अजय सिंह, शहजादा अनवर, कुमार महेश सिंह, देवकुमार धान, रिंकू तिवारी, उमेश प्रसाद सहित कई नेता शामिल हुए.