रांची: चतरा दुष्कर्म मामले के मुख्य आरोपी पुलिस बल के जवान मुकेश दांगी की गिरफ्तारी, पीड़ित बच्ची के समुचित इलाज व सुरक्षा और 15 लाख के मुअावजे की मांग को लेकर सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी डीके पांडेय से मिल कर उन्हें मांगपत्र सौंपा. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे एस अली ने कहा कि दुष्कर्म की घटना के नौ दिन हो गये, लेकिन मुख्य आरोपी का अब तक पकड़ा न जाना समझ से परे है.
प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि चतरा एसपी अपराध रोकने में नाकाम साबित हुए है़ं उन पर कारवाई होनी चाहिए़ नदीम खान ने घटनाओं की समीक्षा कर कारवाई की मांग की़ एस अली ने बताया कि डीजीपी ने हजारीबाग के जोनल आइजी मुरारी लाल मीना को फोन कर निर्देश दिया है कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाये. अगर वह पुलिस विभाग से जुड़ा है, तो साथ में विभागीय कार्रवाई भी की जाये.
बच्ची के इलाज का खर्च वहन करें, डीसी से बात कर जल्द मुआवजा दिलायें. साथ ही पीड़ित परिवार की सुरक्षा की व्यवस्था करे़ं प्रतिनिधिमंडल में मो शाहिद, भुवनेश्वर केवट, रंजीत उरांव, आदर्श कुमार, जगन्नाथ उरांव, नदीम एकबाल, श्रवण उरांव, शाहबाज हुसैन, सुदामा खलखो, लाडले व अन्य शामिल थे़
बच्ची से मिले पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह व अन्नपूर्णा देवी
रांची. रिम्स में भरती दुष्कर्म की शिकार मासूम बच्ची काे देखने सोमवार को पूर्व मंत्री अन्नपूर्णा देवी, पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह, पूर्व विधायक जनार्दन पासवान व मनोज कुमार पहुंचे. मासूम से मिलने बाद अन्नपूर्णा देवी व गिरिनाथ सिंह ने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद और मानवता को शर्मसार करनेवाली है, जिसकी जितनी भी निंदा की जाये, कम है. राज्य में इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी दोषियों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पायी है, जो जिला प्रशासन व सरकार की कार्यप्रणाली बयां करती है. सरकार पीड़िता को उचित मुआवजा दे और उसकी शिक्षा का पूरा खर्च वहन करे. सरकार के क्रियाकलाप से जनता तंग आ चुकी है, जिसका जवाब आनेवाले दिनों में दिया जायेगा.