हाजीपुर : बिहार शिक्षा परियोजना वैशाली के समावेशी शिक्षा संमाग द्वारा दिव्यांगों के लिए जांच शिविर का आयोजन किया गया. यह शिविर शहर के डे-केयर संटर हाजीपुर में लगाया गया. इस शिविर में 6 से 14 आयुवर्ग के आस्थ श्रवण एवं दृष्टिबाधित बच्चों को उपकरण तथा तीन-पहिया साइकिल, व्हीलचेयर, वैशाखी, श्रवण यंत्र, ब्रेल्कीत इत्यादि देने […]
हाजीपुर : बिहार शिक्षा परियोजना वैशाली के समावेशी शिक्षा संमाग द्वारा दिव्यांगों के लिए जांच शिविर का आयोजन किया गया. यह शिविर शहर के डे-केयर संटर हाजीपुर में लगाया गया. इस शिविर में 6 से 14 आयुवर्ग के आस्थ श्रवण एवं दृष्टिबाधित बच्चों को उपकरण तथा तीन-पहिया साइकिल, व्हीलचेयर, वैशाखी, श्रवण यंत्र, ब्रेल्कीत इत्यादि देने के लिए जांच किया गया. एलिमको कानपुर के विशेषज्ञ ने बच्चों को उपकरण प्रदान करने के लिए चिन्हित किया.
इस शिविर में हाजीपुर, बिदुपुर, राघोपुर, वैशाली, भगवानपुर, लालगंज, बेलसर एवं सहदेई बुजुर्ग से निःशक्त बच्चे आए हुए थे. जांच शिविर में निःशक्त बच्चों एवं उनके अभिभावकों को संबोधित करते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान अजय कुमार सिंह ने कहा कि निःशक्तों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. सभी अभिभावकों से उन्हें नियमित रूप से विधालय भेजने की जरूरत है.
इस अवसर पर समावेशी शिक्षा संभाग प्रभारी सीमा कुमारी ने कहा कि इन्हें उपकरण प्रदान करने का उधेश्य विधालय से जोड़ना भी है. इस अवसर पर मानसिक पुनर्वास विशेषज्ञ संतोष कुमार मिश्रा एवं डे-केयर सेंटर प्रभारी डा. राकेश कुमार उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि इन सभी बच्चों में अपार संभावनाएं है, जरूरत उनमें छिपी प्रतिभा को तलाशने की है. इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक वीरेंदर प्रसाद शर्मा, ज्योति कुमारी, सुधाकांत , अलका सिन्हा, सुरेन्द्र कुमार, धेर्मेंद्र कुमार एवं अतुल कुमार सिंह ने जांच शिविर में सहयोग दिया.
निःशक्तों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं, उन्हें नियमित रूप से विद्यालय भेजने की है जरूरत