हाजीपुर : गंडक नदी के कोनहारा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा पर डुबकी लगाने के लिए अहले सुबह श्रद्धालु की भीड़ उमड़ पड़ी. रविवार देर रात से ही श्रद्धालु नदी के किनारे पहुंचने लगे थे. ऐसी मान्यता है कि कोनहारा घाट से ही पूरे भारत में कार्तिक पूर्णिमा स्नान का प्रारंभ हुआ था. जानकारों के अनुसार इस वर्ष लगभग चार लाख लोगों ने गंडक के पवित्र कोनहारा घाट पर स्नान किया और भारतीय परंपरा के अनुसार सत्तु और मूली का पहला भोजन ग्रहण किया.
स्नान करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने पूरी व्यवस्था कर रखी थी. इसके लिए पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को तैनात किया गया था. नदी के किनारे पर स्थित नेपाली मंदिर परिसर में कई प्रशासनिक और अन्य विभागों ने अपने स्टॉल लगा रखे थे. जहां पर लोगों को आवश्यक जानकारी और सुविधाएं दी जा रही थीं. कई जिलों से आये स्नान करने वाले श्रद्धालुओं ने बताया कि यहां स्नान करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है.
समस्तीपुर जिले के बनठा गांव से आयी 70 वर्षीय महिला गीता देवी ने बताया कि वे लगभग दस सालों से लगातार आ रही हैं. पहले उनके पति साथ आते थे. अब वे नहीं हैं तो बहु और पोता साथ में आये हैं. उनका बेटा दिल्ली में काम करता है. पिछले साल वह भी आया था. कुछ लोगों ने छठ में बने प्रसाद को भी ग्रहण किया. इसके साथ ही शहरवासियों ने अपने-अपने घरों में ही स्नान कर दान आदि किये.
बसंता जहानाबाद घाट पर लाखों ने लगायी डुबकी : लालगंज. कार्तिक पूर्णिमा पर नारायणी नदी के बसन्ता जहानाबाद घाट पर साठ-सतर हजार श्रद्धालुओं ने नदी के पवित्र जल में डुबकी लगायी. रविवार शाम से ही श्रद्धालु महिला-पुरुषों की भीड़ लगने लगी थी. जिन्होंने आधी रात्रि बाद स्नान प्रारंभ कर दिया. जो सोमवार की शाम तक जारी था.
घाट पर लगातार आने-जाने वालों का तांता लगा रहा. हालांकि प्रशासनिक आंकड़े के अनुसार स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कमी देखी गयी. जिसका मुख्य कारण हाल में सरकार द्वारा हजार एवं पांच सौ रुपये के नोटों को बंद कर दिया जाना बताया जा रहा है. स्नान के दौरान प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त दुरुस्त दिखी.
जहां पर्याप्त मात्रा में लाइट और सुरक्षा की व्यवस्था की गयी थी तथा पुलिस बल तैनात किये गए थे. गंगा स्नान के मेले के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई कठिनाई ना हो इस उद्देश्य प्रखंड व अंचल के पदाधिकारी एवं कर्मचारियों को रविवार की रात्रि दस बजे से सोमवार की दोपहर दो बजे तक तैनात किया गया था.
साथ ही किसी भी दुर्घटना से बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीम नदी में लगातार गश्त में लगी थी. जबकी स्थानीय समाजसेवी गणेश राय, रंजित राय, महेश राय, विपिन राय, उमेश राय आदि ने स्नान के दौरान लोगो की सहायता करते देखे गए. इस दौरान घाट परिसर में झूला, मौत का कुआं, जादू का खेल आदि बच्चों एवं बडों को आकर्षित कर रहे थे.
मेला में लगे विभिन्न प्रकार के स्टालों से बच्चों व महिलाओं ने जम कर खरीदारी की. जबकि मन कामेश्वर मंदिर परिसर में फर्नीचरों एवं पारम्परिक हथियारों की दुकानें सजी है. जो पंद्रह दिनों तक चलेगा.
प्रखंडों में भी श्रद्धा से लोगों ने किया स्नान : बिदुपुर. कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रखंड के विभिन्न घाटों पर गंगा नदी किनारे हजारों श्रद्धालुओं द्वारा अहले सुबह से ही स्नान किया गया. घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस अवसर पर सत्तू, मूली आदि की बिक्री काफी हुई. प्रखंड के चेचर, जिमींदारी घाट, खालसा घाट, गोपालपुर घाट, बाजीतपुर घाट, मधुरापुर घाट, नावानगर घाट, आमेर, रामदौली सूरदास घाट, आम गाछी घाट, गनिनाथ घाट, कटहरिया घाट, खिलवत घाट आदि के सामने सुबह से ही स्नान करने वाले स्नानार्थियों की भीड़ उमड़ी.
स्नान करने के बाद भक्तों द्वारा मंदिरों में पूजा अर्चना किया गया. दोपहर के बाद तक गंगा नदी किनारे भीड़ जुटी हुई थी.
महनार. कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए महिला, पुरुष बीती रात से ही रेल गाड़ी पकड़ कर सोनपुर जा रहे थे तो दूसरी तरफ पैदल और सवारी से गीत गाते महनार हसनपुर जाने वालों की भारी भीड़ सारी रात देखने को मिली.
महनार गंगा नदी घाटों पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई. गंगा घाटों पर काफी संख्या में लोगों ने मनौतियां उतारी और गंगा मां की पूजा अर्चना की, तो कुछ लोग अन्धविश्वास को लेकर सतमन भी करते दिखे. गंगा स्नान को लेकर स्टेशन, बाजार आदि चौक चौराहों पर काफी चहल-पहल सोमवार को रही.
वैशाली. कार्तिक पूर्णिमा को लेकर सोमवार को हजारों श्रद्धालु अहले सुबह से ही प्रखंड क्षेत्र के रामदौली घाट पर गंगा स्नान किया व गंगा मैया की पूजा अर्चना की. साथ ही अपने उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना की. इसके साथ ही श्रद्धालु गंगा नारायणी के तट पर ही अपनी प्राचीन परम्परा के अनुसार सत्तू, मूली व चटनी आचार खाया, तो कई लोगों ने नये धान के बने चिउरा, मिट्ठा, लाई का आनन्द उठाया.
गंगा स्नान को ले गत देर रात में ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी और आज भी दिन भर घाट पर लोगों का जमावड़ा लगा रहा. कई प्रकार के सामानों की दुकानें सजी हुई है और मेला जैसी माहौल बनी हुई है. मठ-मंदिरों में भजन कीर्तन होने से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया.
चेहराकलां : कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कौनहारा व पहलेजा सहित विभिन्न घाटों पर जाकर गंगा स्नान किया. प्रखंड के अनेक हिस्सों से श्रद्धालुओं का जत्था रविवार से ही हाजीपुर और पहलेजा के लिये रवाना होने लगे थे. यह सिलसिला सोमवार की सुबह तक चला. बड़ी संख्या में महिला, पुरुष श्रद्धालुओं ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर घाटों पर जाकर गंगा में आस्था की डुबकी लगायी.
इस दौरान सड़कों पर यात्री वाहनों का परिचालन चौबीस घंटे होता रहा.
सभी वाहनों में यात्रियों की भारी भीड़ देखी गयी. अनेक लोग अपने निजी वाहनों से भी गंगा स्नान के लिये रवाना हुये. कई अपने घरो पर ही सोमवार की अहले सुबह स्नान कर पूजा अर्चना की.
मौके पर श्रद्धालुओं ने ब्राह्मणों को दान भी दिया. इस अवसर पर विभिन्न चौक चौराहों पर फरही, जलेबी सहित अनेक खाद्य पदार्थों की कई अस्थायी दुकानें भी लगायी गयी थी. उधर लोगों के पास कम नोटों का अभाव देखा गया. खुले पैसे के अभाव में लोगों को खरीदारी करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा. दुकानदारों की दुकानदारी प्रभावित हुई है.