हाजीपुर : सोनपुर रेल मंडल के सोनपुर स्टेशन पर शनिवार सुबह रेलवे के अधिकारियों ने मॉक ड्रिल की. ट्रेन के एक कोच का एक्सीडेंट होने पर किस तरह बचाव कार्य किया जाये उसके बारे में बारे में अलग-अलग ग्रुप की प्रतिक्रिया और आपसी समन्वय के स्तर की जांच की गयी. एक काल्पनिक परिस्थिति तैयार की गयी.
जिसमें एक दुर्घटनाग्रस्त कोच के 10 यात्रियों को घायल दिखाया गया. कोच के सारे दरवाजे काम नहीं करते हुए पाये गये. इसके बाद रेलवे की दुर्घटना मेडिकल वैन और आपातकालीन दुर्घटना सहायता गाड़ी के कर्मचारियों की तत्परता की जांच की गयी. साथ ही बिहटा में स्थित एनडीआरएफ की टीम को सहायता के लिए बुलाया गया.
नियमानुसार सोनपुर और हाजीपुर के जिला प्रशासन से भी मदद मांगी गयी. पूरे एक्सरसाइज में सभी दलों ने मुस्तैदी से भाग लिया और आपसी समन्वय को बढ़ाने के लिए काम करते रहने की वचनबद्धता दोहरायी. इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक मनोज कुमार अग्रवाल ने सहायता कार्य में लगे सभी कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा की दुर्घटना के समय एक दूसरे पर दोष देने के बजाए आपसी समन्वय से काम करना चाहिए.
इस अभियान में अपर मंडल रेल प्रबंधक आरपी मिश्रा, वरीय मंडल यांत्रिक इंजीनियर अनुपम कुमार सुमन, वरीय मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर बृजेश कुमार यादव, वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक दिलीप कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीएन पांडा, डॉ. पीके मिश्रा, डॉ. सुबोध कुमार किशोरी लाल, नितिन कुमार सोनपुर और हाजीपुर के एसडीओ, एनडीआरएफ के सीनियर कमांडेंट केके झा सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.