केंद्रीय मंत्री रामविलास ने कहा . ताड़ी फल का जूस है
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आप बेचें-पीयें, हम साथ हैं
केंद्रीय मंत्री रामविलास ने कहा . ताड़ी फल का जूस है हाजीपुर : ताड़ी शराब नहीं फल का जूस है और इसे पीने में कोई खराबी नहीं हैं. आप ताड़ी पीयें और बेचें, हम आपके साथ हैं. केंद्रीय मंत्री और लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान ने गांधी आश्रम में ताड़ी पर राज्य सरकार के […]
हाजीपुर : ताड़ी शराब नहीं फल का जूस है और इसे पीने में कोई खराबी नहीं हैं. आप ताड़ी पीयें और बेचें, हम आपके साथ हैं. केंद्रीय मंत्री और लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान ने गांधी आश्रम में ताड़ी पर राज्य सरकार के प्रतिबंध के विरुद्ध पार्टी के एक दिवसीय धरना सभा को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं. उन्होंने सरकार से प्रतिबंध हटाने की मांग की.
परिसर में धरने पर बैठे श्री पासवान ने कहा कि शराबबंदी के बाद ताड़ी पर पाबंदी लगाने की कोई जरूरत नहीं थी. इससे पासी समाज के लोगों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है.
केंद्र के साथ काम नहीं कर रही राज्य सरकार : केंद्रीय मंत्री श्री पासवान ने कहा कि बिहार में लूट, हत्या, बलात्कार, चोरी, बेरोजगारी बढ़ती जा रही है और नीतीश कुमार भारत भ्रमण करते रहते हैं. शराबबंदी का नारा लेकर घूमने वाले नीतीश बिहार में शराब के लिए लाइसेंस अभी भी दे रहे हैं.
कहा कि हाजीपुर में नाले के काम के लिए 90 लाख रुपये पिछले साल भेजे थे जिसे कहीं और खर्च कर दिया गया. कोनहारा घाट पर काम के लिए उमा भारती से बात कर ली गयी है. जल्द ही काम शुरू हो जायेगा.
महावीर सिंह की अध्यक्षता एवं सांसद प्रतिनिधि अवधेश कुमार सिंह के संचालन एवं संयोजन में संपन्न धरना सभा को दलित सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पासवान, युवा लोजपा के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा, अजय कुशवाहा, संजय सिंह, रामएकवाल कुशवाहा, गीता कुशवाहा, रण विजय चौरसिया, सुरेंद्र चौरसिया, वीर बहादुर सिंह, वायजुल हक, मनोज सिन्हा समेत दर्जनों नेताओं ने संबोधित किया.
ताड़ी के समर्थन में आयोजित पार्टी के धरना में पहुंचे पासवान
राज्य सरकार अनुसूचित जाति की िवरोधी
लोजपा प्रमुख श्री पासवान ने कहा कि बिहार में पासी जाति के लोगों की आबादी 20 लाख से ऊपर है. इस फैसले से उनके एवं ताड़ी व्यवसाय से जुड़े सभी लोगों की दिक्कत बढ़ गयी है. ताड़ी पर पाबंदी पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ताड़ी में कुछ गलत नहीं होता है. उन्होंने राज्य सरकार को गरीब और अनुसूचित जाति और जनजाति के खिलाफ बताया.
ताड़ी के कारोबार में गरीब और एससी-एसटी के लोग शामिल होते हैं. इस पर पाबंदी से उनकी कमाई खत्म हो गयी है. उन्होंने कहा कि शराब पर पाबंदी के बाद ताड़ी के कारोबार के बढ़ने की संभावना थी लेकिन सरकार ने लोगों के खिलाफ काम किया है और उन्हें इससे पाबंदी तुरंत हटा लेनी चाहिए.
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