हाजीपुर : नगर के बागमली में उपद्रव की आग तो बुझ गयी है, लेकिन कुछ सवाल सुलगने लगे हैं. ये ऐसे सवाल हैं, जिनका सामना देर-सबेर शासन को भी करना है और समाज को भी. पहला सवाल कि बागमली स्थित मुख्य मार्ग से जगदंबा स्थान जाने वाले मार्ग के मुहाने पर स्थित जिस मंदिर के […]
हाजीपुर : नगर के बागमली में उपद्रव की आग तो बुझ गयी है, लेकिन कुछ सवाल सुलगने लगे हैं. ये ऐसे सवाल हैं, जिनका सामना देर-सबेर शासन को भी करना है और समाज को भी. पहला सवाल कि बागमली स्थित मुख्य मार्ग से जगदंबा स्थान जाने वाले मार्ग के मुहाने पर स्थित जिस मंदिर के चलते मंगलवार की रात इतना भारी बवाल बचा,
उसकी परिणति क्या होगी या कब होगी. दूसरा मंगलवार की स्याह रात से सबक लेकर इस संजीदा मामले को निबटाने का रास्ता क्या होगा. बागमली के अधिकतर लोग इस बात से दुखी और नाराज हैं कि निहित स्वार्थ के लिए सुनियोजित तरीके से एक नाजुक मामले को उभारा गया.
चुनौती भरे चार सप्ताह : मंदिर मामले की मोहलत बढ़ाते हुए पटना उच्च न्यायालय ने सरकार को चार सप्ताह का मौका दिया है. बागमली के लोग कहते हैं कि कैलाश ठाकुर नामक जिस व्यक्ति ने सड़क के अतिक्रमण को लेकर जनहित याचिका दायर की, उन्होंने खुद कायदे से मंदिर बनवा देने की पेशकश की थी. चार सप्ताह के भीतर जिला प्रशासन को अपनी कार्रवाई पूरी करनी है.
डीएम का जलाया पुतला : बिहार प्रदेश धर्म जागरण मंच के प्रदेश संयोजक विनोद यादव के नेतृत्व में भाजपा, विहिप, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मंदिर तोड़े जाने की कार्रवाई के खिलाफ वैशाली डीएम का पुतला फूंका.