पिपरा : बाजार स्थित कमल चौधरी के आवासीय परिसर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन राजस्थान से आये महंथ श्री हरिदास जी महाराज ने भक्तजनों को नरसिंह भगवान के अवतरण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भक्तों की रक्षा के लिए भगवान को नरसिंह का अवतार ग्रहण करना पड़ा. बताया कि असुरों द्वारा धरती पर भगवान विष्णु के भक्तों को यातना दी जा रही थी. कहा कि असुरों द्वारा उपासना कर शक्ति का संग्रह किया जाता था. साथ ही उक्त शक्ति का उपयोग भगवान के भक्तों के ऊपर किया जा रहा था. जहां भगवान ने नरसिंह रूप में स्तंभ में अवतरित होकर भक्त प्रह्लाद की रक्षा की.
कोई भी भक्त आज भी प्रह्लाद जैसा भक्ति करता है तो आज भी भगवान प्रकट होकर अपने भक्तों की रक्षा करते हैं. कहा कि भक्त के अंदर प्रह्लाद के जैसा विश्वास और भक्ति होनी चाहिये. आज के भक्त कलयुग के द्वारा सताये गये अपना मार्ग ही भूल गये हैं. इसलिये प्रत्येक जीव को भगवान की भक्ति करनी चाहिये. भक्ति करने से तन, मन, धन सभी पवित्र हो जाते हैं. कार्यक्रम को सफल बनाने में दिलीप चौधरी, प्रदीप चौधरी, वीरेंद्र चौधरी, नागेश्वर चौधरी, शशिभूषण चौधरी, ललित चौधरी, सोनी कुमारी, कंचन कुमारी, मुन्ना, गणेश, सूरज, राजा, आकाश सहित बड़ी संख्या में श्रोतागण कथा का श्रवण कर रहे थे.