सुपौल : नोटों का चलन बंद करने की घोषणा के साथ ही गृहणियों द्वारा वर्षों से छुपाये गये खजाना भी उजागर हो गया है. जिन गृहणियों द्वारा मंगलवार की शाम तक पतियों को यह बताया जा रहा था कि उसके पास कोई पैसा नहीं है, उन गृहणियों के पास भी हजारों के बड़े नोट पाये गये. गौरतलब है
कि मध्यम और निम्न वर्ग की अधिकांश गृहणियां समझदारी दिखते हुए अपने घर के बजट में कुछ पैसे बचत कर अपने पास चुपचाप रखती है. हालांकि शत प्रतिशत यह राशि घर परिवार के ही किसी विशेष कार्य में लगाया जाता है, लेकिन यह गृह मंत्रियों का निजी और विशेष कोष होता है. इस कोष की जानकारी घर के किसी भी सदस्य को नहीं होती है. ऐसे ही खजाना का राज मंगलवार रात खुल गया.