सुपौल : राज्य सरकार पर शिक्षकों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए शिक्षक दिवस के मौके पर बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले सोमवार को सैकड़ों शिक्षकों ने समाहरणालय के मुख्य द्वार पर एक दिवसीय उपवास सह धरना का आयोजन किया. संघ के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों ने इस दौरान राज्य सरकार पर दोरंगी नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की.
जिलाध्यक्ष ने कहा कि शिक्षक दिवस एक ऐसा दिवस है, जिस दिन शिक्षक अपने पेशा पर गौरवान्वित होते हैं, लेकिन सरकार की शिक्षा, शिक्षक व छात्र विरोधी नीति के कारण सम्मानित होने के बजाय शिक्षक आज के दिन आंदोलन के लिए विवश हैं. शिक्षक नेता अंजना सिंह ने धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अल्प वेतनभोगी शिक्षक को परेशान करने की नियत से राज्य सरकार इसका भुगतान भी ससमय नहीं कर रही है. इससे समय से वेतन नहीं मिलने के कारण शिक्षकों को कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है.
धरना उपवास कार्यक्रम के दौरान संघ के अन्य वक्ताओं ने कहा कि अगर राज्य सरकार अब ससमय शिक्षक को हक उन्हें नहीं देती है तो संघ एकजुट होकर आंदोलन के लिए बाध्य होगी. इस दौरान त्रिवेणीगंज के उत्क्रमित मध्य विद्यालय करमिनियां के शिक्षक विद्यानंद कुमार को गलत तरीके से निगरानी टीम द्वारा गिरफ्तार किये जाने की बात का शिक्षकों ने विरोध किया. शिक्षकों ने कहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच करायी जाय. धरना के दौरान रोशन कुमार, श्रवण चौधरी, अनिल कुमार, नीरज कुमार, महेश कुशियैत, दीपक पासवान, परमानंद प्रभाकर सबिता रानी, मनोज कुमार, राज कुमार शर्मा आदि उपस्थित थे.